
हम सभी ने सोशल मीडिया की ताकत को देखा है। हाल ही में अक्षय कुमार को ट्विटर पर पान मसाला ब्रांड से जुड़े होने के लिए उन्हें फटकार लगाने के बाद सार्वजनिक माफी मंगनी पड़ी। वहीं शुक्रवार को, एक और ऐसी घटना हुई जब अभिनेत्री करीना कपूर खान मालाबार गोल्ड द्वारा अक्षय तृतीया के विशेष विज्ञापन को रिलीज़ करने के बाद ट्रोलिंग का शिकार हो गईं।
अक्षय तृतीया फेस्टिव स्पेशल कलेक्शन के लिए ज्वैलरी ब्रांड में शामिल होने वाली करीना को माथे पर बिंदी नहीं पहनने को लेकर काफी ट्रोल हो रही है।
अक्षय तृतीया के विज्ञापन में, करीना एक लाइट पींक कलर का लहंगा पहने हुए दिखाई दे रही है, जिसको उन्होंने एक डायमंड नेक्लस, इयररिंग और एक मांग टीका के साथ जोड़ा गया है। लेकिन जिस बात ने सबका ध्यान खींचा वह थी करीना के माथे पर बिंदी का न होना।
कई नेटिजन्स को उनकी ये बात समझ नहीं आई, लोगों का कहना है कि अक्षय तृतीया हिंदुओं के लिए एक पवित्र त्योहार है और इस मौके पर लोग गहनों की खरीद करते हैं। यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि हिंदुओं के के त्योहार के ऐड में करीना कपूर ने बिंदी क्यों नहीं लगाया है? इसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई हैशटैग जैसे #BoycottMalabarGold, #BoycottKareenaKapoorKhan और #NoBindiNoBusiness टॉप ट्रेंड बन गए हैं।
Kareena Kapoor Khan without a bindi in Malabar Gold Ad on eve of Akshaya Tritiya!
— Aravinda Baliga (@baliga_2012) April 22, 2022
M P Ahammed should kindly clarify to whom the ad targeted to ?#Boycott_MalabarGold#No_Bindi_No_Business pic.twitter.com/BAmn9cllAo
एक यूजर ने लिखा, “मालाबारगोल्ड का नया विज्ञापन हिंदू त्योहार का मजाक उड़ाने एक और उदाहरण है। बिंदी पहनना पारंपरिक भारतीय महिला ड्रेसिंग का हिस्सा है। हिंदू परंपराओं का मजाक उड़ा रहा है और हिंदुओं से उनके लिए अपना पैसा खर्च करने की अपेक्षा करता है। अब और नहीं। #Boycott_MalabarGold और #No_Bindi_No_Business हैशटैग के साथ Twitter पर पोस्ट अपडेट कर रहे हैं।
नाराज लोग लगातार पूछ रहे सवाल
ज्वेलरी ब्रांड के ओनर एमपी अहमग और एक्ट्रेस करीना कपूर खान दोनों ही नाराज यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। जनता ने सवाल किया कि यह एड किस कम्यूनिटी के लिए बनाया गया है? किस कम्यूनिटी के लोगों को इसके लिए टारगेट किया जा रहा है? ऐसे में अब ट्विटर पर एक हैशटैग भी ट्रेंड करने लगा है… #Boycott_MalabarGold.