पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर दुनियाभर में शोक, जानें किसने क्या कहा

Delhi
Delhi: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उनके निधन पर सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। सिर्फ भारत ही नहीं दुनियाभर के मीडिया संस्थानों में उनके निधन पर शोक व्यक्त किया गया। रूस और फ्रांस के राष्ट्राध्यक्षों ने उनके निधन पर दुख जताया। अफगानिस्तान ने कहा कि भारत ने अपना शानदार एक बेटा खो दिया।
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में शोक की लहर है। मनमोहन सिंह के निधन पर रूस, फ्रांस, मालदीव समेत कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने दुख प्रकट किया है। वहीं दुनियाभर के मीडिया संस्थानों ने भी शोक जताया है।
बाइडेन ने भी मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी। व्हाइट हाउस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारत और अमेरिका के बीच आज जैसा रिश्ता है, वह मनमोहन सिंह के विजन के बिना संभव नहीं था। बाइडेन ने मनमोहन सिंह को सच्चा देशभक्त और समर्पित लोकसेवक बताया है।
विदेशी अखबार ने क्या लिखा?
वहीं ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने मनमोहन के बारे में लिखा- उनका पहला कार्यकाल कर्ज माफी, मनरेगा और आरटीआई के लिए जाना जाता है। 2008 में मनमोहन सिंह ने परमाणु डील के लिए सरकार को दांव पर लगा दिया था। अमेरिकी अखबार ब्लूमबर्ग ने लिखा- उनकी कहानी लोगों में आत्मविश्वास भर देती हैष उन्होंने साबित किया कि शिक्षा, कड़ी मेहनत से हमारी जिंदगी हमारे माता-पिता की जिंदगी से बेहतर हो सकती है।
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा- वे सिख समुदाय से आते थे। पहली बार कोई सिख भारत का प्रधानमंत्री बना था। वह उस समय पहली बार पीएम बने थे, जब भारत की धर्मनिरपेक्षता खतरे में थी। मनमोहन सिंह ने यह साबित किया था कि किसी को डरने की जरूरत नहीं है।
नवर इब्राहिम ने भी दुख जताया
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के मलेशियाई पीएम अनवर इब्राहिम से काफी घनिष्ठ रिश्ते थे। इब्राहिम 1999 से 2004 तक जेल में बंद थे। उस वक्त मनमोहन सिंह राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। उनके निधन पर अनवर इब्राहिम ने भी दुख जताया है।
अनवर इब्राहिम ने कहा, ‘जब मैं जेल में बंद था, तो मनमोहन सिंह ने बड़ी दया दिखाई थी। मेरे बच्चों, खास तौर पर मेरे बेटे इहसाल के लिए उन्होंने छात्रवृत्ति की पेशकश की थी हालांकि मैंने इंकार कर दिया था, क्योंकि इससे मलेशियाई सरकार नाराज हो सकती थी।
राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी शोक जताया
मनमोहन सिंह के निधन पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी शोक जताया। पुतिन ने कहा, ‘मनमोहन सिंह एक महान राजनेता थे। पीएम और दूसरे पदों पर रहते हुए वह भारत के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक मंचों पर काफी मुखर रहे हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा- ‘डॉ. मनमोहन सिंह अमेरिका-भारत साझेदारी के सबसे बड़े सर्मथकों में से एक थे। वह भारत-अमेरिका संबंधों के शिल्पकार रहे। मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने कहा, ‘मनमोहन सिंह एक दयालु पिता की तरह थे। वह मालदीव के अच्छे मित्र थे।
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