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ब्रिक्स समिट में बोले PM मोदी… ‘आतंकवाद और टेरर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा…’

PM Modi in BRICS :  बुधवार को रूस के कजान में आयोजित ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने आंतकवाद, युद्ध से जैसे गंभीर मुद्दों को भी उठाया वहीं उन्होंने संवाद और कूटनीति की महत्ता पर भी जोर दिया.

‘संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है भारत’

पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स विभाजनकारी नहीं जनहितकारी है. हमें वैश्विक संस्थाओं में सुधार के लिए आवाज उठानी होगी. हम सुरक्षित समृद्ध भविष्य के लिए सक्षम हैं. उन्होंने कहा कि हमें आतंकवाद और टेरर फंडिंग से मजबूती से लड़ना होगा. हमें युवाओं को कट्टरपंथ की ओर जाने से रोकना होगा. भारत युद्ध नहीं संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है.

कई मुद्दों पर रखी राय

पीएम ने कहा, हमारी बैठक एक ऐसे समय में हो रही है जब विश्व युद्धों, संघर्षों, आर्थिक अनिश्चितता, क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद जैसी अनेक चुनौतियों से घिरा हुआ है. विश्व में नार्थ-साउथ और पूर्व-पश्चिम विभाजन की बात हो रही है. महंगाई पर रोकथाम, फूड सिक्योरिटी, एनर्जी सिक्योरिटी, हेल्थ सिक्योरिटी और वाटर सिक्योरिटी सभी देशों के लिए प्राथमिकता के विषय हैं.

‘ब्रिक्स ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को बधाई देता हूं और इससे जुड़े नई साथियों का एक फिर से स्वागत करता हूं। नए स्वरूप में ब्रिक्स विश्व की 40% मानवता और 30% अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करता है। पिछले लगभग 2 दशकों में ब्रिक्स ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में यह संगठन वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए और अधिक प्रभावी माध्यम बनकर उभरेगा।

‘मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ाने के लिए हमने ‘गतिशक्ति’ पोर्टल बनाया’

प्रधानमंत्री ने कहा, नए स्वरूप में ब्रिक्स 30 ट्रिलियन डॉलर से अधिक बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमारे आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में ब्रिक्स व्यापार परिषद और ब्रिक्स महिला व्यापार गठबंधन की विशेष भूमिका रही है। डब्ल्यूटीओ सुधारों, कृषि में व्यापार सुविधा, लचीली आपूर्ति श्रृंखला, ई-कॉमर्स और विशेष आर्थिक क्षेत्रों पर इस वर्ष ब्रिक्स के भीतर बनी सहमति हमारे आर्थिक सहयोग को मजबूत करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, सभी ब्रिक्स देशों में इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर विशेष बल दिया जा रहा है। भारत में मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को तेजी से बढ़ाने के लिए हमने ‘गतिशक्ति’ पोर्टल बनाया है। इससे इन विकासों की एकीकृत योजना और कार्यान्वयन में मदद मिली है और लॉजिस्टिक्स लागत कम हो गई है। हमें अपने अनुभव आप सभी के साथ साझा करने में खुशी होगी। हम ब्रिक्स देशों के बीच वित्तीय एकीकरण बढ़ाने के प्रयासों का स्वागत करते हैं। स्थानीय मुद्रा में व्यापार और आसान सीमा पार भुगतान से हमारा आर्थिक सहयोग मजबूत होगा। भारत द्वारा बनाया गया यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) भारत की एक बड़ी सफलता की कहानी है। इसे कई देशों में अपनाया गया है। पिछले साल हमने शेख मोहम्मद के साथ मिलकर इसे यूएई में भी लॉन्च किया था। इसमें अन्य विदेशी देशों के साथ भी सहयोग किया जा सकता है।

‘सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, भारत ब्रिक्स के तहत सहयोग बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। हमारी विविधता और बहुध्रुवीयता में हमारा विश्वास ही हमारी ताकत है। हमारी यही ताकत, मानवता में हमारा साझा विश्वास, हमारी आने वाली पीढ़ियों के समृद्ध और मजबूत भविष्य को सार्थक आकार देने में मदद करेगा।…मैं ब्रिक्स के अगले अध्यक्ष के रूप में ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। भारत आपके ब्रिक्स राष्ट्रपति पद की सफलता के लिए आपको अपना पूरा समर्थन देगा…

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