गणेश चतुर्थी से नए भवन में होगी विशेष सत्र की कार्यवाही

गणेश चतुर्थी से नए भवन में होगी विशेष सत्र की कार्यवाही

गणेश चतुर्थी से नए भवन में होगी विशेष सत्र की कार्यवाही

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संसद के विशेष सत्र की कार्यवाही 18 सितंबर को पुराने संसद भवन में शुरू की जाएगी। इसके बाद  गणेश चतुर्थी के मौके पर 19 सितंबर को नए संसद भवन में संसद की पहली कार्यवाही होगी। इसी साल 28 मई को पीएम नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया था और इसे देशवासियों को समर्पित किया था। 

कब हुई थी नए संसद भवन की शुरुआत?


लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नए भवन का शिलान्यास किया था। संसद के नवनिर्मित इस भवन को गुणवत्ता के साथ रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है। 

नए और पुराने भवन में क्या अंतर?


संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार किया गया था, जो अब लगभग पूरे 100 साल पुराना हो चूका है। पुराने संसद में वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप स्थान का अभाव बताया गया था। सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था कम पड़ रही थी। इसे ध्यान में रखते हुए लोकसभा और राज्यसभा दोनों ने प्रस्ताव पारित कर सरकार से संसद के लिए एक नई इमारत बनाने का आग्रह किया था। संसद का नवनिर्मित भवन भारत की गौरवशाली लोकतांत्रिक परंपराओं और संवैधानिक मूल्यों को और समृद्ध करने का काम करेगा।

सुविधाओं से लैस है नया संसद भवन  

नया संसद भवनसुविधाओं से लैस है, जो सदस्यों को अपने कार्यों को बेहतर ढंग से करने में मदद करेगा। नए संसद भवन से 888 सदस्य लोकसभा में बैठ सकते है। संसद के वर्तमान भवन में लोकसभा में 543 जबकि राज्यसभा में 250 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था है।