
New Delhi: बिजली मंत्री आर के सिंह ने कहा कि बिजली की मांग जिस प्रकार से बीते कुछ माह के दौरान बढ़ी है, अगर उसी तरह से आगे भी बढ़ती रही तो इतना अधिक मांग को पूरा करने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
इस साल बिजली की मांग 20 फीसदी अधिक रही
केंद्रीय बिजली मंत्री आर के सिंह सोमवार को राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली मंत्रियों के साथ भारत में बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने की स्थिति पर आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। सिंह ने कहा कि अगस्त, सितंबर और अक्टूबर 2023 में बिजली की मांग बीते वर्ष के मुकाबले बीस प्रतिशत अधिक रही है।
ताप बिजली घरों का उल्लेखनीय योगदान
पीक आवर में बिजली की मांग 2.41 लाख मेगावाट तक पहुंच चुकी है। जो साल 2017-18 में 1.9 लाख मेगावाट रहा करती थी। आर के सिंह ने कहा कि पीक आवर में मांग यूं ही बढ़ती रही तो हम पूरा करने में असमर्थ हो सकते हैं। इस चुनौती से निपटना आसान नहीं होगा। बिजली की यह मांग भारत की अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार के कारण से हुई है। इस मांग को पूरा करने में ताप बिजली घरों का उल्लेखनीय योगदान रहा है।
भारत अपनी आर्थिक विकास के साथ नहीं करेगा कोई समझौता
आर के सिंह ने कहा कि यूएई में जल्द ही होने वाले काप-28 बैठक में कोयला की खपत घटाने पर दवाब बनाया जाएगा। किंतु, भारत इस दबाव को नहीं मानेगा। आर के सिंह के अनुसार भारत अपनी आर्थिक विकास के साथ कोई समझौता नहीं कर सकता। हमारा साफ तौर पर मानना है कि विकास के लिए कोयले की उपलब्धता आवश्यक है। हम इससे समझौता नहीं कर सकते। अगर आवश्यकता हुई तो हम कोयला आधारित बिजली संयंत्रों की क्षमता भी बढ़ाएंगे।