
Brahmos: डॉ. जयतीर्थ राघवेंद्र जोशी ने 1 दिसंबर 2024 को ब्रह्मोस एयरोस्पेस के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभाला है। उन्होंने अतुल दिनकर राणे का स्थान लिया। इससे पहले, डॉ. जोशी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स के तहत रक्षा अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशाला (DRDL) में प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे। उन्हें 2021 में प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया द्वारा भारत रत्न सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया पुरस्कार-2020 से सम्मानित किया गया था। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से बी.टेक और एनआईटी वारंगल से पीएचडी की है।
भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना
ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत और रूस की संयुक्त कंपनी है, जिसकी स्थापना 1995 में हुई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है, जबकि इसके उत्पादन केंद्र हैदराबाद और तिरुवनंतपुरम में हैं। कंपनी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक नई उत्पादन इकाई स्थापित करने की योजना बना रही है। ब्रह्मोस एयरोस्पेस का प्रमुख उत्पाद ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल है, जो दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक है। यह मिसाइल भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा उपयोग की जाती है। इसकी गति मैक 2.8 है और यह 800 किमी तक मार कर सकती है।
हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस-II
कंपनी हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस-II और ब्रह्मोस-एनजी जैसी नई पीढ़ी की मिसाइलों के विकास पर काम कर रही है। ब्रह्मोस-एनजी को छोटे प्लेटफार्मों जैसे पनडुब्बियों और हल्के लड़ाकू विमानों के लिए डिजाइन किया गया है। वर्तमान में ब्रह्मोस एयरोस्पेस की उत्पादन क्षमता 100 मिसाइल प्रति वर्ष है, जिसे 2026 तक 400 मिसाइल प्रति वर्ष तक बढ़ाने की योजना है।
ब्रह्मोस का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्कवा नदियों के नामों से लिया गया है। इसका मिशन भारत की रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करना और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।
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