
Digvijaya Singh : कांग्रेस से राज्यसभा सांसद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सोशल मीडिया पर पीएम मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी वाला पोस्ट बवाल मचाया हुआ है। उस पोस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल के बीच नया मोड़ तब आ गया जब दिग्विजय सिंह ने सफाई दी। एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह आरएसएस की विचारधारा का विरोधी हैं।
“RSS संविधान और कानून का सम्मान नहीं करता”
उनके मुताबिक, आरएसएस न तो संविधान का सम्मान करता है, न ही देश के कानूनों का पालन करता है, और यह एक गैर-पंजीकृत संगठन है। हालांकि, दिग्विजय सिंह ने आरएसएस की संगठनात्मक क्षमता की सराहना भी की, यह स्वीकार करते हुए कि इस संगठन की ताकत और प्रभावशाली संरचना को नकारा नहीं जा सकता।
RSS की सराहना के साथ उठाया सवाल
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि आरएसएस एक ऐसा संगठन है जो पंजीकृत नहीं है, फिर भी इतना शक्तिशाली हो चुका है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से इसे दुनिया का सबसे बड़ा गैर सरकारी संगठन (NGO) बताया। इसके साथ उन्होंने सवाल भी उठाया कि, “अगर यह एक गैर सरकारी संगठन है, तो इसके नियम-कानून कहां गए?” बावजूद इसके, उन्होंने आरएसएस की संगठनात्मक क्षमता की प्रशंसा की, जो इस संगठन को प्रभावशाली बनाती है।
दिग्विजय सिंह ने व्यक्त किया अपना विचार
कांग्रेस की संगठनात्मक क्षमता पर भी दिग्विजय सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए। उनका कहना था कि कांग्रेस एक आंदोलन की पार्टी है और उसे इस रूप में बने रहना चाहिए, क्योंकि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो किसी भी मुद्दे को सफलतापूर्वक आंदोलन में बदलने की क्षमता रखती है। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि कांग्रेस के लिए अपने आंदोलन को वोटों में बदलने की प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है, जो पार्टी के विकास के लिए अहम है।
पार्टी के सुधार की दिशा में वकालत
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस में सुधार के बारे में उनकी बात पार्टी नेतृत्व तक क्यों नहीं पहुंच पाती, तो दिग्विजय सिंह ने इसका जवाब दिया, “आप मुझसे पूछ रहे हैं तो बात क्यों नहीं पहुंचेगी?” इस बयान से यह स्पष्ट है कि दिग्विजय सिंह कांग्रेस और उसके नेतृत्व के बारे में अपनी राय स्पष्ट रखते हुए पार्टी के सुधार की दिशा में आगे बढ़ने की वकालत कर रहे हैं।
क्या था दिग्विजय सिंह का पोस्ट
गौरतलब है कि बीते कल यानी 27 दिसंबर शनिवार को दिग्विजय सिंह ने एक्स हैंडल पर पीएम मोदी और लालकृष्ण आणवाणी की एक एक पुरानी फोटो शेयर की थी, जिसमें पीएम मोदी लालकृष्ण आणवाणी के पैरो के पास जमीन पर बैठे नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन में लिखा था कि, ‘RSS का जमीनी स्वयंसेवक और बीजेपी का जमीनी कार्यकर्ता नीचे बैठकर सीएम और पीएम बना। यह संगठन की शक्ति है।’इतना ही नहीं उन्होंने अपने किए गए इस पोस्ट में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे के साथ नरेंद्र मोदी को भी टैग किया था जिससे कांग्रेस में हडकंप मच गया।
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