
अहम बातें एक नज़र में:
- धराली, उत्तरकाशी में भीषण प्राकृतिक आपदा
- राज्य सरकार ने 20 करोड़ रुपये की राहत राशि मंजूर की
- वरिष्ठ IPS अधिकारियों और 11 डिप्टी एसपी की तैनाती
- SDRF, PAC और IRB के विशेष बल मौके पर भेजे गए
- 160 अतिरिक्त पुलिसकर्मी अन्य जिलों से बुलाए गए
- राहत उपकरणों के साथ 24×7 बचाव कार्य जारी
- प्रभावितों को तुरंत मदद पहुंचाने का लक्ष्य
- स्थानीय प्रशासन और पुलिस का समन्वित प्रयास
Uttarkashi Disaster : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करके रख दिया है. हालात की गंभीरता को देखते हुए राज्य की सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. जहां सरकार की इस त्वरित कार्रवाई का उद्देश्य है कि घटना से प्रभावित हुए लोगों को समय पर सहायता मिल सके साथ ही लोगों की जान-माल के नुकसान को कम किया जा सके.
वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती
राज्य पुलिस मुख्यालय की ओर से भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजा गया है. इनमें एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी, गढ़वाल परिक्षेत्र के आईजी राजीव स्वरूप, और एसपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. साथ ही, 1 डिप्टी कमांडेंट और 11 डिप्टी एसपी को भी राहत कार्यों के समन्वयन के लिए तैनात किया गया है. जो अधिकारी स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व कर रहे हैं.
विशेष पुलिस बल तैनात
वहीं आपदा प्रबंधन और ज्यादा मजबूत करने के लिए देहरादून की एक कंपनी, 40वीं वाहिनी पीएसी के 140 जवान, और 160 अतिरिक्त पुलिसकर्मी (देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी और टिहरी से) भेजे गए हैं. ये सभी जवान आवश्यक राहत उपकरणों से लैस हैं और प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे डटे रहने के लिए तैनात किए गए हैं. हालांकि राज्य सरकार ने इन सभी बलों को साफ निर्देश देते हुए कहा है कि वे राहत कार्यों को तेजी, समन्वय और सटीकता से पूरा करें.
सरकार का उद्देश्य
सरकार और पुलिस प्रशासन का मुख्य उद्देश्य है कि
- प्रभावितों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए,
- जनहानि को न्यूनतम किया जाए,
- और राहत कार्यों में किसी भी तरह की देरी न हो.
यह राहत कार्य राज्य सरकार और प्रशासन की संवेदनशीलता और तत्परता को दर्शाता है. संकट की इस घड़ी में पूरा तंत्र एकजुट होकर जनता की सेवा में तत्पर है.
धराली क्षेत्र में आई इस भयानक प्राकृतिक आपदा के बीच राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन ने जिस तेज़ी और समर्पण से राहत कार्यों को अंजाम दिया है, वह सराहनीय है. करोड़ों रुपये की मदद, वरिष्ठ अधिकारियों की तैनाती और विशेष बलों की मौजूदगी यह दिखाती है कि सरकार जनता के साथ हर हाल में खड़ी है. अब जरूरत है पूरे तंत्र के आपसी तालमेल और निरंतर प्रयास की, ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके और जनजीवन फिर से सामान्य हो सके.
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