
CM Yogi in Meeting : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गुरुवार को शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में ज़ोन, मंडल, रेंज व जिला स्तर के महत्वपूर्ण पदों पर तैनात अधिकारियों के साथ प्रदेश के कानून-व्यवस्था तथा लोककल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा की। बैठक में बाढ़ की वर्तमान स्थिति में आमजन के राहत एवं बचाव कार्यों को बेहतर करने, पर्व त्योहारों के सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजन आदि के संबंध में तैयारियों की गहन समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
‘स्थानीय प्रशासन को 24×7 अलर्ट रहना होगा’
बैठक में निर्देश दिए गए कि आगामी दिनों में श्रावण सोमवार, काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ, रक्षाबंधन, चेहल्लुम और जन्माष्टमी जैसे पर्व-त्योहार हैं, साथ ही पुलिस भर्ती परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी संपन्न हो रहे हैं। निश्चित रूप से यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील समय है। इनके लिए हर जिले की पुलिस और स्थानीय प्रशासन को 24×7 अलर्ट रहना होगा।
‘राहत एवं बचाव कार्य जारी रखे जाएं’
इस वर्ष अब तक 12 जनपदों में 120% से अधिक वर्षा हुई है, जबकि 27 जिलों में सामान्य वर्षा की स्थिति रही है। 80 से 60% यानि कम वर्षा वाले 18 जिले हैं और 14 जिलों में 60 से 40% यानि अत्यधिक कम वर्षा हुई है। जौनपुर, शामली, फतेहपुर तथा जिले ऐसे हैं जहां 40% से भी कम बरसात दर्ज की गई है। बलिया, सीतापुर, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, फर्रुखाबाद, प्रयागराज और वाराणसी में अभी भी बाढ़ की स्थिति है। सभी संबंधित जिलों में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप राहत एवं बचाव कार्य जारी रखे जाएं।
बाढ़ प्रभावित लोगों को दी जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। कहीं भी निर्धारित मात्रा से कम, बासी अथवा खराब गुणवत्ता की सामग्री कतई नहीं वितरित नहीं होनी चाहिए। यदि वेंडर द्वारा आपूर्ति में गड़बड़ी की जाती है तो तत्काल कार्रवाई की जाए।
‘कार्यक्रमों को मूल उद्देश्यों में सफल करने के लिए बढ़ाएं जन भागीदारी’
9 अगस्त से ऐतिहासिक ‘काकोरी ट्रेन एक्शन का शताब्दी वर्ष’ प्रारंभ हो रहा है। यह पूरा वर्ष आजादी के नायकों का स्मरण करने के लिए होगा। इसी शृंखला में, 13 से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा’ का जन अभियान आयोजित होना है। इन तीन दिनों में प्रदेश के हर आवास, हर कार्यालय पर हमारा राष्ट्रध्वज तिरंगा फहराया जाना है। 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ है और 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व ‘स्वाधीनता दिवस’ है। इस संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। यह सभी कार्यक्रम अपने मूल उद्देश्यों में सफल हों, इसके लिए इसमें जनभागीदारी बढ़ाई जानी चाहिए। स्कूल, कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस को जोड़ें। यह राष्ट्रीय गौरवबोध का अवसर है। हर आयु-वर्ग के लोगों को इनसे जोड़ा जाना चाहिए।
‘महिला सुरक्षा राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता’
महिला सुरक्षा राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। आगामी 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) का पावन अवसर है। कतिपय अराजक तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। इसलिए पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाएं। सतर्क रहें-सावधान रहें। रक्षाबंधन के अवसर पर बहनें अपने भाइयों को राखी बाँधने जाती हैं। इस विशेष अवसर पर 18 अगस्त की रात्रि से 19 अगस्त की रात्रि तक राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को निःशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी। इस संबंध में सभी आवश्यक प्रबंध समय से कर लिए जाने चाहिए।
‘संगठन लोकतांत्रिक ढंग से कहें बात, जरूर सुनी जाए’
किसान संगठन हों अथवा अन्य कोई संगठन, यदि लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात कहना चाहते हैं, तो उनकी बात जरूर सुनी जाए। उनकी आशा, अपेक्षा और आशंका का यथोचित निराकरण करें। किंतु अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती।
सोशल मीडिया अफवाह फैलाने का माध्यम बन रही है। इस पर नजर बनाए रखें। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर, ऐसी सूचनाएं जो समाज में विद्वेष पैदा करें, का प्रसार किया जाता रहा है। सभी जिलों को अलर्ट रहना होगा। कोई फेक न्यूज़ हो तो तत्काल तथ्यों के साथ उसका खंडन किया जाना चाहिए।
लोकतांत्रिक संगठनों की आड़ में कतिपय राष्ट्रविरोधी संगठन भी माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पूर्व में ऐसे अनेक अनुभव हुए हैं, जबकि शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करने वालों की आड़ में कुछ अराजकतावादी संगठनों की उपस्थिति रही। इनकी पड़ताल करें और पकड़े जाने पर कठोरतम कार्रवाई करें।
‘परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी शुचिता के साथ सकुशल संपन्न कराएं’
अगस्त माह के आख़िरी सप्ताह में 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा होनी प्रस्तावित है। यह परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से पूरी शुचिता के साथ सकुशल संपन्न हो, यह सभी की जिम्मेदारी है। इसके दृष्टिगत सभी जिलों को अलर्ट रहना होगा। वरिष्ठ अधिकारीगण अपने क्षेत्र के हर एक परीक्षा केंद्र का सूक्ष्मता का निरीक्षण कर लें। परीक्षा की शुचिता सुनिश्चित करने के लिए शासन स्तर से आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। उच्च स्तर से दिए जा रहे निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करें। परीक्षा के दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का आवागमन होगा, आवागमन में असुविधा न हो, इसका प्रबंधन समय से कर लिया जाए। महिला अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए।
रिपोर्टः राहुल, संवाददाता, लखनऊ, उत्तरप्रदेश
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