
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में हरियाणा हिंसा को लेकर मार्च निकाला गया। छात्रों ने डक प्वाइंट से लेकर बाब ए सैयद गेट तक मार्च निकाला। इसके बाद उन्होंने प्रॉक्टर प्रोफेसर वसीम अली को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रॉक्टर टीम व पुलिस पूरी तरह अलर्ट रही।
छात्रों ने कहा कि हरियाणा हिंसा के आरोपियो को कड़ी से कड़ी सजा दिलायी जाए। छात्रों ने कहा कि हरियाणा में मुसलमानों पर अत्याचार किये जा रहे हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। महाराष्ट्र में ट्रेन में मारे गये लोगों के आरोपी को भी कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने डक प्वाइंट से बाब ए सैयद गेट तक मार्च निकाला। प्रॉक्टर प्रो वसीम अली व डिप्टी प्रॉक्टर प्रो अली नवाज जैदी ने छात्रों से ज्ञापन लिया। ज्ञापन को प्रशासनिक अफसरों के जरिए आगे भिजवाया। इस दौरान सैकड़ों छात्र मौजूद रहे।
आपको बता दें कि हरियाणा के नूंह में सोमवार को ब्रजमंडल शोभायात्रा के दौरान हिंसक बवाल हुआ। इस पूरे विवाद में मोनू मानेसर का नाम सामने आया है। मोनू मानेसर गुरुग्राम के मानेसर का रहने वाला है। 28 साल के मोनू का असली नाम मोहित यादव है। वह बजरंग दल से जुड़ा है और गोरक्षक के तौर पर काम करता है। कई हत्याओं एवम दंगे के आरोप भी मोनू मानेसर पर है, फिलहाल पुलिस मोनू मानेसर की तलाश में जुटी है। और वो पुलिस गिरफ्त से दूर है। वही आरोप है कि पुलिस के साथ मिलकर घटनाओं को अंजाम मोनू मानेसर द्वारा दिए गए हैं और प्रशासन तमाशबीन बनी रही।
कुछ माह पहले राजस्थान के भरतपुर निवासी जुनैद-नासिर के शव भिवानी में जली हुई कार में मिले थे। मोनू मानेसर जुनैद-नासिर हत्याकांड का आरोपी है। नूंह में यात्रा से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया था। उसके बाद दंगा हुआ।
एएमयू अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों ने मुसलमानों पर हो रहे हमले की कठोर निंदा की है और देश में अमन अमन बरकरार रखने के लिए सरकार को मोदी जी को पहल करनी चाहिए। और सभी समुदाय की तरह मुसलमानों की जान माल सुरक्षा की बात होनी चाहिए, ट्रेन में ऐसी घटना को अंजाम नहीं देना चाहिए, ट्रेन में हत्या करने वाले को फांसी की सजा होनी चाहिए। मोनू मानेसर को जेल में बंद कर देना चाहिए।