
Uttarakhand: चंपावत उपचुनाव के लिए बंपर मतदान के बाद आज चुनाव के नतीजे (Uttarakhand By Election) आने वाले है। जिसके बाद प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला हो जाएगा। इसके साथ ही आज पता चल जाएगा कि जनता विधायक के रुप में किसे देखना चाहती है। ऐसे में चंपावत का सियासी रण जीतने के लिए बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के योद्धाओं ने पूरा दमखम लगा दिया था। उपचुनाव में जीत दर्ज करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपना पूरा जोर लगा दिया है।
प्रत्याशी बेसब्री से कर रहे नतीजों का इंतजार
चंपावत विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव (Uttarakhand By Election) के नतीजे अब महज कुछ घंटों के अंदर आने वाले हैं। उत्तराखंड में 31 मई को हुए 64 फीसदी मतदान के बाद बीजेपी प्रत्याशी सीएम धामी और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी की किस्मत EVM में कैद हो चुकी है। आज ये साफ हो जाएगा कि चंपावत का चैंपियन कौन बनने वाला है। उपचुनाव में जिस तरह से बंपर मतदान हुआ है। उससे स्थिति काफी हद तक साफ भी हो गई है। हालांकि अब तो बस नतीजों का इंतजार हो रहा है। अगर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बात करें तो खटीमा से मिली हार के बाद उनका चंपावत सीट से चुनाव जीतना अब बेहद जरुरी हो गया है।
बता दें उत्तराखंड में फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतकर प्रदेश में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने की उपलब्धि तो हासिल कर ली थी। लेकिन जीत का नेतृत्व करने वाले सीएम धामी खुद खटीमा से हार गए थे। हालांकि दोबारा से सीएम धामी (Uttarakhand By Election) को ही मुख्यमंत्री बनाया गया है। बता दें सीएम धामी को मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए शपथ ग्रहण करने से 6 महीने के अंदर उनका कहीं से विधायक चुना जाना जरूरी है। सीएम धामी ने 23 मार्च को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद सीएम का किसी एक विधानसभा सीट से विधायक के रूप में जीतना जरुरी हो गया था।