Jharkhand

Jamshedpur: बीमा कर्मचारी संघ जमशेदपुर मण्डल का स्वर्ण जयन्ती वर्ष सम्मेलन

आज यानाी 1 अक्टूबर को कर्मचारी संघ जमशेदपुर मण्डल के 50वें अधिवेशन का खुला सत्र माईकल जॉन ऑडिटोरियम, बिष्टुपुर जमशेदपुर में हुआ। इस सम्मेलन का शुभारम्भ एक भव्य रैली के साथ हुआ, जो ऑडिटोरियम से निकलकर बिष्टुपुर मेन रोड होते हुये पुनः ऑडिटोरियम में समाप्त हुआ।

1 और 2 अक्तूबर तक चलेगा सम्मेलन

आईईएजेडी की अध्यक्क्ष कॉ. श्रीमती पुरबी घोष ने आईईएजेडी का झण्डा फहराया। उसके बाद शहीद बेदी पर माल्यार्पण किया गया और आईईएजेडी के 50 वर्षों के इतिहास को समेटते हुये एक फोटो गैलरी का उदघाटन किया गया। फिर खुले सत्र का आगाज हुआ, इस सत्र में बीमा कर्मियों के अलावा विभिन्न संगठनों जैसे, सीआईटीयू बैंक J रेलवे आदि के प्रतिनिधियों एवं सदस्यों ने भी भाग लिया। सम्मेलन का प्रतिनिधि सत्र कल 1 और 2 अक्तूबर को चलेगा।

LIC की उपलब्धियों पर चर्चा

इस खुले सत्र के उद्घाटनकर्ता और मुख्य अतिथि कॉ. श्रीकांत मिश्रा ने अपने सम्बोधन में LIC और बीमा कर्मचारी संगठन एआईआईईए की उपलब्धियों का जिक्र करते हुये कहा कि LIC ने 5 करोड़ रुपए से अपनी शुरुआत की और आज यह 46 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति का प्रबंधन करती है। जब कभी भी भारत की अर्थव्यवस्था डगमगाती है या किसी संस्थान पर कोई संकट आता है तो LIC ही आगे बढ़कर उसकी मदद करती है। उन्होने कहा कि LIC की इन बेमिसाल उपलब्धियों के बाबजूद भी सरकार इसको कमजोर करने की कोशिश कर रही है।

एआईआईईए का जिक्र करते हुये उन्होने कहा कि वह एआईआईईए ही था जिसने 80 के दशक में LIC को 5 भागों में विभक्त करने की सरकार की कोशिशों को नाकाम किया। उन्होने कहा कि एआईआईईए सिर्फ बीमा कर्मचारियों के लिए नहीं लड़ती है, बल्कि वह समाज के सभी वर्गों के लिए आवाज उठाती है। इस अवसर पर एआईआईईए के महान नेता और पूर्व महासचिव कॉ. सरोज चौधरी की मूर्ति का अनावरण भी किया गया। सभा को ईसीजेडआईईए के अध्यक्ष को प्रदीप मुखर्जी एवं ईसीजेडआईईए के महामंत्री कॉ. त्रिनाथ डोरा समेत विभिन्न ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया। सभी ने वर्तमान समय में एकजुट होकर चुनौतियों से लड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।

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