Uttar Pradesh

पहली बार अयोध्या जा रहे हैं? जानें दीपोत्सव 2025 के लिए बजट, होटल और जरूरी टिप्स

फटाफट पढ़ें

  • अयोध्या दीपोत्सव 2025 18-21 अक्टूबर
  • राम मंदिर व राम की पैड़ी दीयों की जगमगाहट
  • मुख्य मंदिर हनुमानगढ़ी कनक भवन नागेश्वर
  • सरयू घाट व नया घाट आरती व कार्यक्रम
    •ठहरने व खाने के लिए होटल व स्ट्रीट फूड

Ayodhya Deepotsav 2025 : दिवाली पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है, लेकिन अयोध्या की दिवाली सबसे खास होती है. हर गली, हर मंदिर, हर घाट यहां भगवान श्रीराम की घर वापसी की कहानी बयां करता है.

अगर आप 2025 की दिवाली को अपने जीवन का सबसे खास और यादगार त्योहार बनाना चाहते हैं, तो अयोध्या जाना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. दिवाली पूरे देश में धूमधाम से मनाई जाती है, लेकिन अयोध्या की दिवाली सबसे अलग होती है. हर गली, हर मंदिर, हर घाट यहां भगवान श्रीराम की घर वापसी की कहानी बया करता है. कहा जाता है कि जब भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तो पूरे शहर ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया था. आज भी यही परंपरा दीपोत्सव के रूप में निभाई जाती है, लेकिन अब यह उत्सव लाखों दीयों, रंग-बिरंगे कार्यक्रमों और भक्ति भाव से भरे माहौल के साथ मनाया जाता है. अगर आप पहली बार अयोध्या जा रहे हैं, तो आइए आज हम आपको अयोध्या में पहली बार यात्रा के लिए बजट, होटल और जरूरी टिप्स बताते हैं.

अयोध्या में दीपोत्सव 18 से 21 अक्टूबर तक

बता दें कि 2025 में दिवाली 20 अक्टूबर को है, लेकिन अयोध्या में दीपोत्सव इससे कुछ दिन पहले ही शुरू हो जाता है. मुख्य कार्यक्रम आमतौर पर दिवाली से 2-3 दिन पहले शुरू होते हैं और कई बार दिवाली के बाद तक चलते हैं. अगर आप पूरा अनुभव और आनंद लेना चाहते हैं, तो 18 से 21 अक्टूबर तक अयोध्या में रहें. इस दौरान आप दीपदान, रामलीला, सांस्कृतिक कार्यक्रम और शाम की आरती सब कुछ शांति से देख पाएंगे.

अयोध्या में दिवाली पर घूमने की सबसे अच्छी जगहें

  • राम मंदिर और राम की पैड़ी – अयोध्य का मुख्य आकर्षण राम मंदिर है, जो अपनी भव्यता के लिए मशहूर है. मंदिर के पास स्थित राम की पैड़ी घाट लाखों दीयों की रोशनी से जगमगाता है.
  • हनुमान गढ़ी मंदिर- यह मंदिर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है और भक्तों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है. यहां से पूरे अयोध्या शहर की रोशनी और नजारा शानदार दिखाई देता है.
  • कनक भवन – भगवान राम और माता सीता को समर्पित यह मंदिर अपने शांत वातावरण और सुंदर सजावट के लिए जाना जाता है. दिवाली की रात यहां भजन और आरती का आयोजन किया जाता है.
  • सरयू घाट और नया घाट- अयोध्या में दिवाली पर घूमने की सबसे अच्छी जगहें”सरयू नदी के किनारे तैरते दीयों और आरती का दृश्य यादगार होता है, जबकि नया घाट पर खास सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
  • नागेश्वर नाथ मंदिर – भगवान शिव का यह प्राचीन मंदिर दिवाली की रोशनी में शांति और भक्ति का अद्भुत अनुभव पेश करता है.

अयोध्या की दिवाली सिर्फ देखने का ही नहीं, बल्कि खाने का भी त्योहार है. दिवाली के आसपास गलियों में मिठाइयों और नमकीन की खुशबू हर जगह महसूस होती है. यहां कुछ खास चीजें हैं जो जरूर ट्राय करें. जैसे गुजिया, बेसन के लड्डू, मालपुआ, जलेबी और खस्ता कचौड़ी, स्थानीय मिठाई की दुकानें खासकर नया घाट और हनुमान गढ़ी के पास मिलती हैं. इसके अलावा ठंडाई और दूध से बने पेय भी खूब मिलते हैं. स्ट्रीट फूड में समोसे, चाट, पकौड़ी और लस्सी का आनंद लेना मत भूलें.

दिवाली में अयोध्या ठहरने और यात्रा टिप्स

दिवाली के समय अयोध्या में हजारों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं, इसलिए होटल पहले से बुक करना जरूरी है, आप राम मंदिर के पास होटल या गेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं. जिससे मंदिर और घाट तक पहुंचना आसान होगा. सरयू नदी के किनारे भी कई शांत और सुंदर जगहें हैं. वहीं कई धर्मशालाएं और होमस्टे भी कम बजट में ठहरने का अच्छा विकल्प हैं और स्थानीय लोगों से जुड़ने का मौका मिलता है.

अयोध्या हवाई मार्ग से भी अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. देश के कई शहरों से सीधी फ्लाइट महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक आती है. ट्रेन से अयोध्या जंक्शन और अयोध्या कैंट तक लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर से अच्छी ट्रेन कनेक्टिविटी है. लेकिन दिवाली के समय यात्रा की योजना बना रहे हैं तो टिकट पहले से बुक करें.

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