
Mahua Moitra: कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसी महुआ मोइत्रा की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं। तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता महुआ को सोमवार (8 जनवरी) को संपदा विभाग (DOE) की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी हुआ। नोटिस का कारण महुआ की ओर से अभी तक सरकारी बंगला खाली न करना था। शहरी आवास और शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है।
नोटिस के पीछे का कारण
Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को 8 दिसंबर को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया था। महुआ को 7 जनवरी तक सरकारी बंगला खाली करने का आदेश दिया गया था। लेकिन इसके बावजूद उन्होंने बंगला खाली नहीं किया। इसी कारण सोमवार (8 जनवरी) को महुआ को बंगला खाली न करने के लिए संपदा विभाग की ओर से कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। डीओई ने अब उन्हें 3 दिन में कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा है।
क्यों हुआ था निष्कासन
बता दें कि महु मोइत्रा पर संसद में रिश्वत के बदले सवाल पूछने के आरोप लगे थे। लोकसभा की एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट लोकसभा में पेश होने के बाद ध्वनि मत से महुआ मोइत्रा की सदस्यता खारिज कर दी गई थी। महुआ पर पैंसो के बदले सवाल पूछने का आरोप भाजपा सांसद निशिकांत दूबे (Nishikant Dubey) ने लगाया था। उन्हों ने कहा था की महुआ पैसे लेकर अडानी के खिलाफ महुआ संसद में सवाल पूछती है। महुआ पर अपनी लॉग इन आईडी भी किसी और को देने का आरोप लगा था। इससे राष्ट्र की सुरक्षा पर कई सवाल भी खड़े हुए थे।
महुआ ने निष्कासन को बताया था गलत
महुआ ने निष्कासन को गलत बताया था। उन्होंने तर्क दिया था कि, ‘मेरा निष्कासन सिर्फ इस बात पर हुआ कि मैंने अपनी लॉग इन आईडी किसी ओर के साथ शेयर की। जबकी सच्चाई ये है कि इसे नियत्रिंत करने का अभी तक कोई नियम नहीं है।’ उन्होंने बीजेपी के इस आरोप के बाद बीजेपी के अंत को करीब बताया था।