सेना के राजनीतिकरण पर मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को पत्र लिख कर कहा है कि सैनिकों और सरकारी कर्मचारियों को राजनीतिक गतिविधियों (Political Activities) में हिस्सा नहीं लेना चाहिए। कांग्रेस (Congress) ने सरकार से सिविल सेवा (Civil Services) के अधिकारियों और सैनिकों (Soldiers) को राजनीति से दूर रखने अपील की है। इस मामले में जयराम रमेश ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अभी हाल ही में सिविल सेवकों और सैनिकों के हो रहे राजनीतिकरण पर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि सिविल सेवकों और सैनिकों को हर वक्त स्वतंत्र और गैर-राजनीतिक रखा जाना चाहिए।
इससे पहले मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा था कि मोदी सरकार के लिए सरकार की सभी एजेंसियां, संस्थान, हथियार, विंग और विभाग अब आधिकारिक तौर पर प्रचारक बन गए हैं। ऐसे में हमारे लोकतंत्र और हमारे संविधान की रक्षा के मद्देनजर यह आवश्यक है कि उन आदेशों को तुरंत वापस लिया जाना चाहिए जो नौकरशाही और हमारे सशस्त्र बलों के राजनीतिकरण को बढ़ावा देते है।
मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र
इसके साथ ही खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपने पत्र की कॉपी भी साझा की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री जी, मैं आपको जनता से जुड़े मुद्दे को लेकर पत्र लिख रहा हूं। यह न केवल इंडिया गठबंधन, बल्कि लोगों के लिए भी चिंता का विषय है। यह मुद्दा सत्तारूढ़ राजनीतिक दल की सेवा के लिए सरकारी तंत्र के दुरुपयोग से जुड़ा है।
सूचना प्रसारित कर रहे अधिकारी
मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्र में कहा है कि यह केंद्रीय सिविल सेवा (आचरण) नियम, 1964 का उल्लंघन है। इसके तहत कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी भी राजनीतिक गतिविधि में भाग नहीं लेगा। हालांकि, अब सरकारी अधिकारी सूचना प्रसारित करने लगे हैं किंतु उन्हें जश्न मनाने और उपलब्धियां गिनाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को वर्तमान सरकार की मार्केटिंग एक्टिविटीज के लिए नियुक्त किया जा रहा है तो हमारे देश का शासन अगले छह माह के लिए ठप हो जाएगा।
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