
चंडीगढ़। इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (आईआरएसडीसी) ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर हवा की नमी से पानी बनाने वाली मशीन लगाने का ऐलान किया है। जो लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध कराएगी।
मेक इन इंडिया के तहत ‘मेघदूत तकनीक’ से बनाया गया यह पानी, पीने योग्य होगा। रेलवे अधिकारियों का दावा है कि इस मशीन से तैयार पानी डब्ल्यूएचओ और जलशक्ति मंत्रालय की सभी गुणवत्ताओं पर खरा उतरेगा।
पर्यावरण के अनुकूल है मेघदूत
पानी के किसी भी स्रोत पर निर्भर न रहने वाली यह मशीन पर्यावरण के एकदम अनुकूल है और सभी मौसमों में कार्य करने में सक्षम है साथ ही शोर भी कम करती है।
अधिकारियों का कहना है कि विश्व भर के भूजल स्तर को देखते हुए यह मशीन पानी की किल्लतों को दूर करने में काफी सहायक सिद्ध होगी। एक सर्वे के अनुसार वर्ष 2030 तक केवल 60 प्रतिशत पानी योग्य पानी शेष रह जाएगा। ऐसे में भविष्य की चुनौतियों का सामना करने में भी यह मशीन उपयोगी साबित हो सकती है।
यह मशीन हमेशा तापमान और नमी के स्तर को डिस्प्ले पर दिखाती रहती है और डायरेक्ट हवा से पानी सोख लेती है।
कैसे काम करती है यह मशीन
यह मशीन सबसे पहले हवा को साफ करके हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व दूर करती है, उसके बाद हवा में उपस्थित नमी को पानी में बदल देती है। लेकिन इसके लिए हवा में कम से कम 60 प्रतिशत नमी का होना आवश्यक है। इसके बाद मशीन से छनकर निकलने वाली हवा सीधे कूलिंग चैंबर में जाती है। जहाँ उसे काफी ठंडा किया जाता है। यहीं से कंडेस्ड हवा पानी की बूंदों में बदल जाती है। यहाँ से पानी धीरे-धीरे करके एक स्टील-टैंक में स्टोर होता है। स्टील के बर्तन में पानी खराब नहीं होता, इसलिए पानी के स्टोरेज़ के लिए स्टील का टैंक इस्तेमाल में लाया जा रहा है। स्टोर में जमा किए गये पानी को कई बार फिल्टर किया जाता है, जिससे पानी शुद्ध होता रहता है।
इस तैयार पानी को एक बार फिर से कार्बन और ओजोन फिल्टरेशन की सहायता से साफ किया जाता है, तब जाकर पानी पीने के लायक हो पाता है। जल शुद्धिकरण के अंतिम चरण में पानी का स्वाद अच्छा करने के लिए इसमें मिनरल्स भी मिलाए जाते हैं।
स्टेशन पर लंबे समय से बंद पड़ी हैं वाटर वेंडिंग मशीन
चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर लगे वाटर वेंडिंग मशीन काफी लंबे समय से बंद पड़ी हैं। जिसकी वजह से पहले रेल यात्रियों को पानी 5 रूपये मे खरीदना पड़ता था, लेकिन अब इसके लिए उन्हें 15- 20 रुपये चुकाने पड़ते हैं।
“चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर लगे वाटर वेंडिंग मशीन अभी बंद पड़ी हैं। इसकी जगह पर सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन की तर्ज पर हवा की नमी से पानी बनाने वाली मशीन जल्द ही लगाई जाएगी। यह पानी बिल्कुल शुद्ध होगा।“ – दिलीप गोयल डिप्टी जीएम, आईआरएसडीसी