
CM Yogi Adityanath : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मुरादाबाद में ₹79 करोड़ की लागत से निर्मित अटल आवासीय विद्यालय का उद्घाटन करते हुए इसे नई पीढ़ी के लिए आदर्श शिक्षा मंदिर बताया. इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए तुष्टीकरण की राजनीति को प्रदेश की पिछली समस्याओं की जड़ करार दिया. मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में स्पष्ट कहा कि पहले जो लोग तुष्टीकरण की राजनीति कर सत्ता में आते थे, वे अब न समाज के हैं, न भविष्य के. भाजपा की योजनाएं तुष्टीकरण नहीं बल्कि संतुष्टीकरण पर आधारित हैं, और इसी वजह से बिना किसी भेदभाव के प्रदेश का हर नागरिक उन योजनाओं का लाभ प्राप्त कर रहा है.
रक्षाबंधन पर महिलाओं को रोडवेज में मुफ्त यात्रा की सौगात
योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने सत्ता को एक दुकान समझ लिया था और शिक्षा को नकल, अराजकता और जातिवाद का केंद्र बना दिया था. लेकिन आज वही लोग संतुलित और पारदर्शी शासन के सामने बेचैन हैं, क्योंकि जनता का भरोसा अब भाजपा की नीतियों के साथ खड़ा है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को रक्षा बंधन, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं भी दीं. साथ ही उन्होंने यह घोषणा की कि 8, 9 और 10 अगस्त को उत्तर प्रदेश की सभी बहनों को रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा मिलेगी.
अटल जी की स्मृति में समर्पित शिक्षा का नया मंदिर
मुख्यमंत्री ने इस विद्यालय को मुरादाबाद मंडल के श्रमिक परिवारों और बच्चों को समर्पित करते हुए कहा कि यह संस्थान अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी वर्ष में प्रारंभ किया गया है, जिससे नई पीढ़ी उनके विचारों और मूल्यों से प्रेरित हो सके. उन्होंने इसे केवल शिक्षा का केंद्र नहीं, बल्कि संस्कार, अनुशासन और आत्मनिर्भरता की पाठशाला बताया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, यह विद्यालय बीओसी फंड के सदुपयोग के तहत स्थापित किया गया है, जिसका पहले की सरकारों में बंदरबांट और भ्रष्टाचार में उपयोग होता था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देशों के अनुसार यह धन श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा और विकास में लगाया जा रहा है.

निशुल्क शिक्षा के साथ मेडिकल और आईआईटी तक का खर्च उठाएगी सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक 18 अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किए जा चुके हैं, जो 18,000 से अधिक श्रमिक और अनाथ बच्चों को पूरी तरह से निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. इन विद्यालयों में आधुनिक स्मार्ट क्लासरूम, प्रयोगशालाएं, हॉस्टल, खेलकूद और कौशल विकास की सुविधाएं मौजूद हैं. कक्षा 12 के बाद यदि कोई छात्र मेडिकल या आईआईटी जैसे उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश लेता है, तो उसका पूरा खर्च भी सरकार द्वारा वहन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने नकलमुक्त और ईमानदार परीक्षा प्रणाली लागू कर प्रदेश को शिक्षा के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में ला खड़ा किया है. आज उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में तीसरे और पांचवें स्थान पर पहुंच गया है.
समाजवादी पार्टी पर आरोप: “ग से गणेश नहीं, ग से गधा” की सोच रखी
मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि जब कल्याण सिंह की सरकार में ‘ग से गणेश’ पढ़ाया जा रहा था, तब सपा ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि ‘ग से गधा’ होना चाहिए. उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और धार्मिक भावनाओं का अपमान बताया.
साथ ही उन्होंने कहा कि सपा शासन में शिक्षकों की समय पर भर्ती नहीं होती थी, शिक्षा का स्तर गिरता गया और पूरा प्रशासन जातिवाद और भाई-भतीजावाद में जकड़ा हुआ था. माफियाराज, दंगे और नकल के चलते युवा पीढ़ी के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया.
यूपी आज अपनी विरासत और विकास दोनों पर कर रहा गर्व
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज केवल विकास नहीं बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत पर भी गर्व कर रहा है. ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ और ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ जैसी योजनाओं ने प्रदेश को नई पहचान दी है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर समाजवादी पार्टी को शिक्षा का वास्तविक मॉडल देखना है, तो उन्हें अटल आवासीय विद्यालय जरूर देखना चाहिए. योगी आदित्यनाथ ने बताया कि ‘ऑपरेशन कायाकल्प’ के तहत अब तक 1.54 लाख जर्जर विद्यालयों को नया जीवन दिया जा चुका है. इसके अलावा मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालय योजना के अंतर्गत 57 जनपदों में अत्याधुनिक शैक्षणिक मॉडल खड़े किए जा रहे हैं, जो राज्य की शिक्षा प्रणाली को मजबूत बना रहे हैं.
बच्चों के साथ बिताया समय, सेल्फी और चॉकलेट के पल
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने विद्यालय का निरीक्षण करते हुए बच्चों से संवाद किया. उन्होंने विशेष रूप से बालिकाओं से विद्यालय की सुविधाओं को लेकर चर्चा की. बच्चों को अपने हाथों से चॉकलेट बाँटी, कुछ को ऑटोग्राफ दिए और अंत में बच्चों के साथ सेल्फी भी खिंचवाई.

आधुनिक सुविधाओं से युक्त मुरादाबाद का अटल आवासीय विद्यालय
मुरादाबाद स्थित अटल आवासीय विद्यालय उत्तर प्रदेश सरकार की दूरदर्शी योजना का उत्कृष्ट उदाहरण है. यह परिसर कुल 13.5 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है और इसकी कुल निर्माण लागत ₹79 करोड़ रही है. विद्यालय में कुल 1000 छात्रों की आवासीय क्षमता है, जिनमें से वित्तीय वर्ष 2025-26 में 640 छात्रों को प्रवेश मिलेगा.
यहाँ 28 स्मार्ट क्लासरूम, 11 आधुनिक प्रयोगशालाएं, 6 ट्यूटोरियल कक्ष और एक समृद्ध लाइब्रेरी मौजूद है. सीनियर गर्ल्स और बॉयज़ हॉस्टल में 300-300 बेड हैं, जबकि जूनियर छात्रों के लिए 200-200 बेड की डॉर्मिटरी बनाई गई है.

शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए टाइप-1 और टाइप-2 के 6-6 फ्लैट्स तथा टाइप-3 (ए, बी, सी) श्रेणी के कुल 30 फ्लैट्स बनाए गए हैं. परिसर में प्रिंसिपल के लिए अलग आवास की भी व्यवस्था है.
विद्यालय में 100 किलोवाट क्षमता की ऊर्जा संरक्षण प्रणाली (ESS) लगाई गई है जिससे ऊर्जा आपूर्ति लगातार बनी रहती है. छात्रों के लिए सुरक्षित, स्वच्छ और पोषक आहार उपलब्ध कराने हेतु लड़कियों और लड़कों के लिए पृथक मेस की सुविधा भी प्रदान की गई है.
शिक्षा का भविष्य गढ़ता उत्तर प्रदेश
मुरादाबाद का अटल आवासीय विद्यालय न केवल श्रमिक परिवारों के बच्चों के लिए नई आशा की किरण है, बल्कि यह उत्तर प्रदेश के शिक्षा मॉडल को राष्ट्रीय पटल पर नई पहचान भी दे रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यह पहल राज्य को शिक्षा, अनुशासन, संस्कृति और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक नई ऊंचाई पर ले जा रही है.
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