
अहम बातें एक नजर में :
- पंजाब में बाढ़ से हजारों परिवार प्रभावित हुए, खेत और घर जलमग्न.
- मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री और सभी AAP विधायक – एक महीने की तनख़्वाह राहत कोष में दान.
- AAP विधायक जसविर सिंह राजा गिल ने गुरु ग्रंथ साहिब जी का पवित्र स्वरूप सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
- AAP की युवा और महिला विंग ने प्रभावित इलाकों में राशन, पानी और कपड़े वितरित किए.
- राहत कार्य में युवाओं ने 200 से ज़्यादा परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया.
- आबकारी और कर विभाग के कर्मचारियों ने 50 लाख रुपये राहत कोष में जमा किए.
- सांसद राघव चड्ढा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर MPLADS फंड से मदद की घोषणा की.
- मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान के लिए बारकोड/QR Code उपलब्ध, हर नागरिक कर सकता है सहयोग.
Punjab Flood Relief Fund : पंजाब में आई भीषण बाढ़ ने हजारों परिवारों को उजाड़ दिया है. घर डूब गए, खेत बर्बाद हो गए और लोग अपने ही गांव से बेघर हो गए. ऐसे मुश्किल वक्त में जब हर किसी की नजर मदद की ओर है, तब पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और आम आदमी पार्टी के नेता इंसानियत की मिसाल बनकर सामने आए. किसी ने अपनी तनख़्वाह दान की, किसी ने घर-घर जाकर राहत सामग्री पहुंचाई, तो किसी ने श्रद्धा के प्रतीक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को सम्मानपूर्वक सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया. यह सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि इंसानियत, सेवा और पंजाब सरकार की असली तस्वीर है.
राजनीतिकता से ऊपर: सरकार का आत्मीय योगदान
इस कठिन दौर में मुख्यमंत्री भगवंत मान, उनके कैबिनेट मंत्री और सभी AAP विधायक इन सभी ने एक महीने की तनख़्वाह राहत कोष में दान कर मानवीय सेवा की बड़ी मिसाल कायम की है. यह कदम दर्शाता है कि संकट में राजनीति से बढ़कर इंसानियत कितनी जरूरी है.
धर्म और श्रद्धा का सम्मान
होशियारपुर जिले के दुर्घटनाग्रस्त बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में AAP विधायक जसविर सिंह राजा गिल ने गुरु ग्रंथ साहिब जी की पवित्र स्वरूप को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कराया, जिससे धार्मिक भावनाओं और श्रद्धा का सच्चा सम्मान बना रहे.
मौथीभर राहत से बहती आशा
AAP की यूथ और महिला विंग ने गांव-गांव जाकर राशन, पानी, कपड़े जैसे आवश्यक सामान वितरित किए. युवाओं ने परिवारों को सुरक्षित जगह पहुंचाया. इतना ही नहीं 200 से ज़्यादा परिवारों को बचाया गया. वहीं भगवंत मान सरकार बच्चों और महिलाओं के लिए मदद पहुंचा रही हैं. राज्य भर में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. इन टीमों की सक्रियता ने इस बात की साबित कर दिखाया है कि मानवता राजनीति से कही ज्यादा ऊपर होती है.
सरकारी कर्मचारी भी आगे आए
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि आबकारी और कर विभाग के कर्मचारियों ने राहत कोष में 50 लाख रुपये एकत्र कर जमा किए हैं, जो बाढ़ पीड़ितों की मदद में खर्च होंगे.
AAP नेताओं की पृथक और ठोस पहल
राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर MPLADS फंड से राहत और भविष्य की आपदा तैयारी के लिए फंड देने की घोषणा की है.
कुल मिलाकर – एकता की कहानी
इस आर्टिकल में राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब के लोगों की सेवा, श्रद्धा का सम्मान, और इंसानियत के सबसे सुनहरे पहलुओं का एक खूबसूरत मिश्रण है:
- मुख्यमंत्री, मंत्री और AAP विधायक एक-महीना वेतन दान करते हैं.
- धार्मिक श्रद्धा की रक्षा विधायक के हाथों.
- युवा व महिला कार्यकर्ताओं की राहत सामग्री और बचाव में सक्रियता.
- सरकारी कर्मचारियों का बड़ा सहयोग.
- सांसद द्वारा आपदा तैयारियों के लिए समर्थन.
आप भी बन सकते हैं मददगार
पंजाब के बाढ़ पीड़ित परिवार आज हमारी छोटी-सी मदद का इंतज़ार कर रहे हैं. मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया गया आपका योगदान किसी बेघर परिवार के लिए छत, किसी भूखे बच्चे के लिए रोटी, और किसी बीमार व्यक्ति के लिए दवाई बन सकता है.
नीचे दिए गए बारकोड/QR Code को स्कैन करके आप सीधे राहत कोष में अपनी राशि भेज सकते हैं. हर छोटा-बड़ा सहयोग अमूल्य है और किसी की ज़िंदगी बचाने में मदद कर सकता है.

आपका एक छोटा कदम, किसी के लिए नई उम्मीद बन सकता है
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