
Noida Cyber Fraud : नोएडा के सेक्टर 11 में रहने वाले एक एमएनसी कर्मचारी रजनीश को साइबर ठगों ने टेलीकॉम कर्मचारी बनकर 15 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ई-सिम एक्टिवेशन के बहाने ठगों ने उनका मोबाइल हैक कर बैंक खाते से रकम उड़ा ली. पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस ठगों की तलाश में जुट गई है.
ऐप डाउनलोड करवाया, और गायब हो गए पैसे
घटना के बारे में बताते हुए रजनीश ने कहा कि, वह अपने मोबाइल में ई-सिम सुविधा शुरू करने की कोशिश कर रहे थे. 18 जुलाई को एक कथित टेलीकॉम कर्मचारी, जिसने अपना नाम अमर बताया, ने उनसे संपर्क किया और एक नामी टेलीकॉम कंपनी का कर्मचारी होने का दावा किया. ठग ने ऑनलाइन ई-सिम उपलब्ध कराने की बात कही और रजनीश को कंपनी की ओर से पुष्टिकरण संदेश भी मिला. विश्वास में आकर रजनीश ने प्रक्रिया को आगे बढ़ाया.
इसके बाद ठग ने रजनीश को एक ऐप डाउनलोड करवाया और कई औपचारिकताएं पूरी करवाईं. ठग ने दावा किया कि दो घंटे में ई-सिम चालू हो जाएगा. लेकिन, तीन-चार घंटे बाद भी सिम चालू नहीं हुआ. जब रजनीश ने जांच की, तो पता चला कि उनका मोबाइल हैक हो चुका है. इस दौरान ठगों ने उनके बैंक खाते से छह बार में कुल 15 लाख रुपये निकाल लिए.
त्वरित कार्रवाई और शिकायत
खुद को फंसता देख रजनीश ने तुरंत बैंक शाखा में जाकर अपने कार्ड और खाते बंद करवाए, लेकिन तब तक ठग रकम निकाल चुके थे. उन्होंने तुरंत नेशनल साइबर क्राइम रिर्पोटिंग पोर्टल (NCRP) और साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज की. साइबर क्राइम थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि अनजान नंबरों से आने वाली कॉल्स से सावधान रहने की जरूरत है, खासकर उन लोगों से जो टेलीकॉम कर्मचारी बनकर ऑनलाइन सुविधाएं देने का दावा करते हैं.
पूरे घटनाक्रम पर डीसीपी साइबर शैव्या गोयल ने कहा, “पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. ठगी की रकम वाले बैंक खातों की जानकारी जुटाई जा रही है, और रकम को फ्रीज कराने के लिए बैंकों से संपर्क किया जा रहा है.” पुलिस अब ठगों की पहचान और उनके ठिकानों का पता लगाने में जुटी है.
साइबर ठगी से बचाव के उपाय
साइबर क्राइम थाना प्रभारी रंजीत कुमार ने नागरिकों को साइबर अपराधों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि:
- अनजान नंबरों से सावधान रहें: खासकर ऑनलाइन ई-सिम या अन्य सुविधाओं के लिए कॉल करने वालों से.
- दस्तावेजों की जांच करें: टेलीकॉम कर्मचारियों की पहचान और कंपनी की प्रामाणिकता की पुष्टि करें.
- ऐप्स और लिंक्स पर ध्यान दें: अनजान स्रोतों से ऐप डाउनलोड करने या लिंक्स पर क्लिक करने से बचें.
साइबर अपराध का बढ़ता खतरा
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, 2021 में भारत में 52,974 साइबर अपराध के मामले दर्ज हुए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 6% अधिक थे. यह घटना दर्शाती है कि साइबर ठग नए-नए तरीकों से लोगों को निशाना बना रहे हैं, जैसे फर्जी टेलीकॉम कर्मचारी बनकर या फिशिंग लिंक्स के जरिए. नागरिकों को जागरूक रहने और ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने की जरूरत है.
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