Jharkhand: पांच नहीं 15 साल बाद शुरू हुआ रांची सदर अस्पताल, नए भवन में आज से शुरू हुआ इलाज

12 डेडलाइन मिली, पांच की जगह 15 साल में भवन बना, हैंडओवर किए जाने के 138 दिन बाद आज से रांची के सदर अस्पताल के नए भवन में मरीजों का इलाज शुरू हो गया है। जिस भवन को 127 करोड़ में पूरा होना था, उसे बनाने में 354 करोड़ रुपये खर्च हो गए। निर्धारित बजट से तीन गुणा अधिक पैसे खर्च कर पूरे हुए इस भवन का आज सीएस डॉ विनोद कुमार और अन्य चिकित्सकों ने औपचारिक रूप से उद्घाटन किया।
सांसद संजय सेठ को नहीं मिली सूचना
पहले यह उद्घाटन समारोह दिन के 11 बजे होना था। इस कार्यक्रम में रांची के सांसद संजय सेठ, विधायक सीपी सिंह और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को शामिल होना था। ऐन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव कर दिया गया। 11 बजे के कार्यक्रम को एक बजे किया गया। इसके बाद भी सूबे के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, सांसद संजय सेठ और विधायक सीपी सिंह इस उद्घाटन कार्यक्रम से गायब रहे। इस बाबत पूछे जाने पर सांसद संजय सेठ ने कहा कि जिस अस्पताल को बनाने और उसे शुरू कराने को लेकर लंबी लड़ाई उसका उद्घाटन हो गया, इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज अस्पताल का उद्घाटन होना है, इसकी सूचना नहीं मिली थी। वहीं विधायक सीपी सिंह ने कहा कि सिविल सर्जन से सूचित किया था, लेकिन गांव आ जाने की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका।
सुपरस्पेशियलिटी की मिलेगी सुविधा
रांची सदर अस्पताल का नया भवन जी प्लस आठ है। इसके हर फ्लोर में अलग-अलग सुविधाएं हैं। यहां आयुष्मान भारत के तहत भी इलाज किया जाएगा। रांची जिले के सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में लोगों को सुपरस्पेशियलिटी की सुविधा दी जाएगी। भवन के विभिन्न फ्लोर में अलग-अलग विभाग संचालित होंगे।
एक अप्रैल से मिलेगी यह सुविधा
एक अप्रैल से आयुष्मान योजना के तहत डॉ राजेश कुमार झा हृदय रोगियों को परामर्श देंगे। वहीं, हिमेटोलॉजी विभाग में डॉ अभिषेक रंजन मरीजों को परामर्श देंगे। हिमेटोलॉजी में थेलेसिमिया, ब्लड कैंसर, सिकल सेल एनीमिया के रोगियों को परामर्श मिलेगा। वहीं जेनेटिक्स विभाग में डॉ अजय मलकानी इलाज करेंगे।
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