
CM Mohan Yadav : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को सीहोर जिले के बड़ियाखेड़ी औद्योगिक क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया, इस कार्यक्रम ने क्षेत्र में औद्योगिक विकास और रोजगार के नए द्वार खोले. इस अवसर पर उन्होंने चार औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन किया और छह अन्य इकाइयों को भूमि आवंटन के लिए आशय पत्र वितरित किए. इन पहलों से सीहोर जिले में लगभग 1,440 करोड़ रुपये का निवेश और 1,165 नए रोजगार अवसर सृजित होने की उम्मीद है.
औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन
यह आयोजन मध्य प्रदेश सरकार की औद्योगिक प्रगति और आर्थिक विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.मुख्यमंत्री ने जिन चार औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन किया, उनमें वान्यावेदा ग्रीन्स (झिलेला) शामिल है, जो 20.020 हेक्टेयर भूमि पर 115 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 100 रोजगार अवसर प्रदान करेगी. दूसरी इकाई, बारमॉल्ट माल्टिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (बड़ियाखेड़ी फेस-2), 10.250 हेक्टेयर भूमि पर 400 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और 350 लोगों को रोजगार देगी. तीसरी इकाई, सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन लिमिटेड (जहांगीरपुरा), 18.260 हेक्टेयर भूमि पर 888 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे 394 रोजगार अवसर सृजित होंगे. चौथी इकाई, श्री कृष्णा इंडस्ट्रीज (बड़ियाखेड़ी), 0.476 हेक्टेयर भूमि पर 3 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 10 लोगों को रोजगार प्रदान करेगी. ये इकाइयाँ विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करेंगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को विविधता और मजबूती मिलेगी.
भूमि आवंटन पत्र का वितरण
इसके साथ ही, छह अन्य इकाइयों को भूमि आवंटन के लिए आशय पत्र वितरित किए गए, जिनमें आरटीडीबी इंडस्ट्रीज, स्वाति सोनी, संजय कुमार, अमित मूंदड़ा, प्रकाश पैकेजिंग और आरना वेंचर्स शामिल हैं. इन इकाइयों से 33 करोड़ 85 लाख रुपये का निवेश और 311 रोजगार अवसर सृजित होने की संभावना है. ये इकाइयाँ मुख्य रूप से लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के अंतर्गत आती हैं, जो मध्य प्रदेश सरकार की उद्यमिता को बढ़ावा देने की नीति के अनुरूप हैं.
सीहोर के लिए ऐतिहासिक पहल
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री करण सिंह वर्मा और राज्य मंत्री कृष्णा गौर भी उपस्थित थे, जिन्होंने इस पहल को क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक बताया.सीहोर का बड़ियाखेड़ी औद्योगिक क्षेत्र, जो भोपाल से मात्र 22 किलोमीटर दूर है, अब औद्योगिक गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है. यह क्षेत्र भोपाल मेट्रोपॉलिटन रीजन का हिस्सा है और इसकी रणनीतिक स्थिति इसे निवेश के लिए आकर्षक बनाती है. मध्य प्रदेश सरकार की योजनाएं, जैसे मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, उद्यमियों को वित्तीय सहायता और प्रोत्साहन प्रदान कर रही हैं. इन योजनाओं के तहत 40% तक पूंजी निवेश सब्सिडी और महिलाओं तथा अनुसूचित जाति/जनजाति उद्यमियों के लिए 48% तक सब्सिडी उपलब्ध है.यह आयोजन न केवल सीहोर बल्कि पूरे मध्य प्रदेश के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
औद्योगिक विकास का सशक्तिकरण
1,440 करोड़ रुपये का निवेश और 1,165 नए रोजगार अवसर न केवल स्थानीय बेरोजगारी को कम करेंगे, बल्कि क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि को भी बढ़ाएंगे. वान्यावेदा ग्रीन्स जैसे कृषि-आधारित उद्यमों से लेकर सीजी पावर जैसे उच्च-प्रौद्योगिकी उद्योगों तक, ये पहलें विविध औद्योगिक विकास को और सशक्त करेंगी.
मजबूत MP के लिए महत्वपूर्ण कदम
सरकार की ओर से भूमि आवंटन, ऋण सहायता और समस्याओं के समाधान के लिए जिला व्यापार और उद्योग केंद्र, सीहोर द्वारा किए जा रहे प्रयास इस दिशा में महत्वपूर्ण हैं.सीहोर, जो ऐतिहासिक रूप से भोपाल रियासत का हिस्सा रहा है, अब औद्योगिक और आर्थिक प्रगति के नए युग में प्रवेश कर रहा है. इस तरह के प्रयास न केवल स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाएंगे, बल्कि मध्य प्रदेश को देश के औद्योगिक मानचित्र पर और मजबूत करेंगे.
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