‘टैलेंट, टेम्परामेंट और टेक्नोलॉजी ही भारत के भविष्य को ट्रांसफॉर्म करेगी’ युग्म सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

PM मोदी का 'युग्म सम्मेलन' में संबोधन
YUGM Innovation Conclave 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (29 अप्रैल) को ‘युग्म सम्मेलन’ में भाग लिया। ‘युग्म’ एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ है संगम और यह सम्मेलन भी उसी भावना को दर्शाता है। यह अपनी तरह का पहला नीतिगत सम्मेलन था, जिसमें सरकार, शैक्षणिक क्षेत्र, उद्योग जगत और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े प्रमुख प्रतिनिधि शामिल हुए। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य है कि भारत के इनोवेशन ईकोसिस्टम में निजी निवेश (Private Investment) को बड़े पैमाने पर प्रोत्साहित किया जाए।
यह आयोजन वाधवानी फाउंडेशन और भारत सरकार के विभिन्न प्रतिष्ठानों के संयुक्त निवेश से संचालित किया जा रहा है, जिसकी कुल लागत लगभग 1400 करोड़ रुपये है। यह परियोजना भारत की नवाचार-यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी, जिससे युवाओं, स्टार्टअप्स और उद्योगों को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी।
शिक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है सरकार
प्रधानमंत्री मोदी ने YUGM इनोवेशन कॉन्क्लेव 2025 को संबोधित करते हुए कहा, देश के भविष्य के लिए युवाओं को तैयार करने में शिक्षा प्रणाली एक अहम भूमिका निभाती है और सरकार इसे आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रही है। उनकी सरकार का लक्ष्य ‘AI को भारत के लिए कारगर’ (मेक AI वर्क फॉर इंडिया) बनाना है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश का भविष्य उसकी युवा पीढ़ी पर निर्भर होता है, इसलिए ये जरूरी है कि हम अपने युवाओं के भविष्य के लिए और उन्हें भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार करें।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति वैश्विक मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया
पीएम मोदी ने कहा, युवाओं के भविष्य के लिए और भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए उन्हें तैयार करने की बड़ी भूमिका देश की शिक्षा प्रणाली की भी होती है। इसलिए देश में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लाई गई है, जिसे वैश्विक मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। वन नेशन वन डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया गया है। ये AI आधारित है। इसका इस्तेमाल देश की 30 से ज्यादा भाषाओं और 7 विदेशी भाषाओं में पाठ्यपुस्तक तैयार करने में हो रहा है।
‘विदेशों में हमारे प्रमुख संस्थानों के खुल रहे कैम्पस’
उन्होंने कहा कि विदेशों में हमारे प्रमुख संस्थानों के कैम्पस खुल रहे हैं। भारत में दुनिया के टॉप संस्थानों के कैंपस खुलने की शुरुआत हो चुकी है। टैलेंट, टेम्परामेंट और टेक्नोलॉजी ही भारत के भविष्य को ट्रांसफॉर्म करेगी।
R&D पर सकल व्यय 1.25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि इसमें देश की शिक्षा प्रणाली की भी बड़ी भूमिका होती है, इसलिए हम देश की शिक्षा प्रणाली को 21वीं सदी की जरूरतों के मुताबिक आधुनिक बना रहे हैं। मोदी ने आगे कहा कि अनुसंधान और विकास (R&D) पर 2013-14 में सकल व्यय केवल 60,000 करोड़ रुपये था, जिसे अब 1.25 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने विकसित भारत के लक्ष्य के लिए अगले 25 सालों की समयसीमा तय की है। हमारे पास समय सीमित है और लक्ष्य बड़े हैं। इसलिए जरुरी है कि हमारे आइडिया की ‘प्रोटोटाइप’ से ‘प्रोडक्ट’ तक की यात्रा भी कम से कम समय में पूरी हो।’’
यूनिवर्सिटी कैंपस में सफल इनोवेशन कर रही है युवाशक्ति
पीएम मोदी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए आगे कहा कि भारत की यूनिवर्सिटी कैंपस ऐसे सेंटर बनकर उभर रहे हैं जहां युवाशक्ति सफल इनोवेशन कर रही है। उन्होंने सम्मेलन में कहा, ‘‘आज यहां सरकार, शिक्षा, विज्ञान और अनुसंधान से जुड़े अलग-अलग सेक्टर के लोग इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं। इस एकजुटता को ही ‘युग्म’ कहते हैं। एक ऐसा युग्म जिसमें विकसित भारत की भविष्य की तकनीक से जुड़े हितधारक एक साथ जुड़े हैं, एक साथ जुटे हैं।’’
यह भी पढ़ें : OnePlus 13s भारत में जल्द होगा लॉन्च, टीजर आया सामने, मिलेगा दमदार प्रोसेसर और कॉम्पैक्ट डिजाइन
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप