
राज्य में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही बारिश और भूस्खलन की चुनौती बनी हुई है। शनिवार देर रात लामबगड़ के पास पानी और मलबा आने से बदरीनाथ मार्ग बंद हो गया। वहीं राज्य में बारिश के कारण हुए भूस्खलन से कई मार्ग अभी भी बंद हैं। जिन्हें जेसीबी के सहारे खोलने के प्रयास जारी हैं।
राज्य में मानसून के सक्रिय होने के साथ ही बारिश और भूस्खलन का सिलसिला जारी है। बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन होने से चारधाम यात्रा बाधित हो रही है। शनिवार देर रात लामबगड़ के पास पानी और मलबा आने से बदरीनाथ मार्ग बंद हो गया। लामबड़क पास खचड़ू नाले में पानी उफान पर आ गया जिससे रास्ता में भारी मात्रा में मलबा जमा हो गया। मलबा आने के कारण चारधाम यात्री रास्ते में फंस गए जिन्हें पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और उनके काने पीने के इंतजाम किए।
कई घंटों की मशक्कत के बाद रविवार को रास्ता खोला गया जिसके बाद बदरीनाथ जाने वाले वाहनों को आगे रवाना किया गया। राज्य में मानसून सक्रिय होने के बाद कई जगह अभी भी भूस्खलन के कारण रास्ते बंद हैं। चमोली जनपद में छह मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। जेसीबी के सहारे बंद रास्तों को खलने के प्रयास जारी हैं।
मौसम और भूस्खलन की चुनौती के बीच चारधाम यात्रा सुचारू तरीके से चल रही है। अभी तक 32 लाख से अधिक श्रद्धालु चारों धाम की यात्रा कर चुके हैं। लगभग 11 लाख श्रद्धालु केदारनाथ, 10 लाख श्रद्धालु बदरीनाथ धाम, 6 लाख श्रद्धालु गंगोत्री और करीब पांच लाख तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिये पहुंचे हैं।
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