
टोक्यो। भारतीय खिलाड़ी टोक्यो ओलंपिक में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे है। ओलंपिक खेलो में भारतीय खिलाड़ी इतिहास रच रहे है। इसके साथ ही भारत के स्टार रेसलर बजरंग पुनिया ने टोक्यो ओलंपिक में भारत को एक और ब्रॉन्ज मेडल दिलवाया है। कुश्ती में पुनिया ने कजाकिस्तान के रेसलर डाउलेट नियाजबेकोव को 8-0 से मात दी और मेडल अपने नाम किया।
बता दें कि बजरंग पुनिया ने टोक्यो ओलंपिक की कुश्ती प्रतियोगिता में पुरुषों के 65 किग्रा भार वर्ग का ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। इसी के साथ भारत के कुल 6 पदक हो गए हैं और अब 2012 लंदन ओलंपिक की बराबरी कर ली है। खेल में बजरंग ने बेहतरीन परफॉर्मेंस किया और दोनों राउंड में विरोधी पहलवान पर वे हावी रहे। इस जीत के साथ ही कुश्ती में इस ओलिंपिक में दो मेडल आ गए हैं।
बजरंग पुनिया का जन्म 26 फरवरी 1994 को झज्जर जिले के खुड्डन गांव में हुआ था। बजरंग को कुश्ती विरासत में मिली, क्योंकि इनके पिता भी पहलवान रह चुके हैं बजरंग ने सिर्फ सात साल की उम्र में कुश्ती शुरू कर दी थी, जिसमें उन्हें अपने पिता का पूरा सहयोग मिला।
बजरंग के सपने को पूरा करने के लिए उनके पिता बस का किराया बचाकर साइकिल से अपने काम पर जाते थे। साल 2015 में बजरंग का परिवार सोनीपत में शिफ्ट हो गया, ताकि वह भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के सेंटर में ट्रेनिंग कर सकें।
पिछले साल नवंबर में बजरंग पुनिया ने संगीता फोगाट के साथ शादी की थी।