मणिपुर की घटना के विरोध में डीसी कार्यालय के समक्ष इंडिया ने दिया धरना

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मणिपुर घटना के विरोध में सभी विपक्षी दलों का संयुक्त मोर्चा इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलांयस (इंडिया) द्वारा मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना दिया गया। इस अवसर कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने कहा कि एक तरफ मणिपुर जल रहा है वहां महिलाओं के साथ अमानवीय व्यवहार हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ देश के प्रधानमंत्री मौन है। वे चुनाव की तैयारी में लगे हुए है। उनके पास मणिपुर के लिए समय नहीं है। इस घटना से पूरा देश शर्मसार है। घटना पर प्रधानमंत्री द्वारा बयान नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पूरा विपक्ष इस घटना को लेकर सदन से सड़क तक विरोध दर्ज करा रहा है लेकिन सत्ता में बैठे लोग मौन है।

विपक्ष का आंदोलन रहेगा जारी

मोहन कर्मकार वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरीय नेता मोहन कर्मकार ने कहा कि मणिपुर की घटना डबल इंजन की सरकार की नियत और नियति को बयां करता है। केंद्र की सरकार आदिवासी विरोधी है. जिस घटना से पूरी महिला समाज दहशत में है लेकिन प्रधानमंत्री के पास इस घटना पर बोलने के लिए समय नहीं है। विदेश घुमने के लिए प्रधानमंत्री के पास वक्त है। देश का एक हिस्सा (मणिपुर) कई दिनों से जल रहा है लेकिन उनके पास इसके लिए समय नही है।

मणिपुर की घटना के विरोध में विपक्ष का यह आंदोलन जारी रहेगा। सीपीआई के शशि कुमार ने कहा कि भाजपा की चाल और चरित्र लोग देख रहे है। ये राष्ट्रवादी नहीं बल्कि राष्ट्रविरोधी है, यही इनका चरित्र है। इनके तमाम नेताओं पर महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज है लेकिन उनके खिलाफ पार्टी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। हम हार नहीं मानने वाले है यह लड़ाई जारी रहेगी।

(जमशेदपुर से बरून कुमार की रिपोर्ट)

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