राष्ट्रपति भवन में शहीदों और वीरों का सम्मान समारोह, 4 शहीद जवानों को वीर चक्र से किया सम्मानित, देंखे

नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वर्ष 2021 के लिए वीरता पुरस्कार और विशिष्ट सेवा अलंकरण प्रदान कर रहे है।
यहां जानें किस-किस को महावीर चक्र से किया गया सम्मानित
- नायक दीपक सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया।
- रक्षा अलंकरण समारोह में तीसरी बटालियन, पंजाब रेजिमेंट के सिपाही गुरजेत सिंह को मरणोपरांत वीर चक्र से किया गया सम्मानित
- हवलदार के पलानी को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया।
- राष्ट्रपति कोविंद ने रक्षा अलंकरण समारोह में नायब सूबेदार नुबुदार सोरेन को मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया।
- सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया।
- वीरता पुरस्कार प्रदान किए-कर्नल बिकुमाला संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया।
लद्दाख में गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के दौरान जान गंवाने वाले कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी मां और पत्नी को पुरस्कार दिया।
4 पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित
जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर एक आतंकवादी को मारने और दो अन्य को घायल करने के लिए 4 पैरा स्पेशल फोर्स के सूबेदार संजीव कुमार को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उनकी पत्नी को यह पुरस्कार मिला।
मरणोपरांत वीर चक्र से नायब सूबेदार नुदूराम सोरेन को सम्मानित
नायब सूबेदार नुदूराम सोरेन को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया।
हवलदार के. पलानी को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड के अंतर्गत पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनकी पत्नी को पुरस्कार दिया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल विवेक राम चौधरी को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया।
सिपाही गुरतेज सिंह को ऑपरेशन स्नो लेपर्ड में पिछले साल जून में गलवान घाटी में चीनी सेना द्वारा किए गए शातिर हमले के खिलाफ उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनके माता-पिता को पुरस्कार दिया।