मंकीपॉक्स पर स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन जारी, कहा-‘संदिग्धों की टेस्टिंग होगी तेज’

New Delhi: विश्वभर में कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स के मामलों में वृद्धि तेजी से देखने को मिल रही है। ऐसे में मंकीपॉक्स के मामलों को बढ़ता देख स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंकीपॉक्स रोग के मैनेजमेंट के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। बता दें मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, विदेश से आए लोगों को बीमार लोगों के साथ निकट संपर्क से बचना चाहिए। इसी के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय ने ये भी कहा की मृत या जीवित जंगली जानवरों और अन्य लोगों के संपर्क में आने से भी लोगों को बचना चाहिए। बता दें कल यानी गुरुवार को केरल में एक मंकीपॉक्स संक्रमित व्यक्ति मिला था, जो विदेश से लौटा था।
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हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है। जिसमें चेचक के समान लक्षण दिखाई पड़ते है। बता दें मंकीपॉक्स वायरस को मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका में सबसे अधिक पाया गया है।
केंद्र सरकार ने जारी किया दिशा-निर्देश
विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) के अनुसार, इस साल 1 जनवरी से 22 जून तक दुनियाभर के 50 देशों में मंकीपॉक्स वायरस के 3413 कंफर्म केस मिले हैं। जिसमें एक व्यक्ति की मौत भी हो गई है। फिलहाल यह वायरस धीरे-धीरे पूरी दुनिया में फैल रहा है। हालांकि भारत में कल आए पहले केस के बाद स्वास्थ्य विभाग अब अलर्ट मोड पर आ गया है। इसी के साथ पिछले कुछ दिनों में बाहर से आए सभी संदिग्धों की निगरानी और उनकी टेस्टिंग की जानी चाहिए और बेहतर सर्विलांस की व्यवस्था होनी चाहिए। हालांकि संक्रमित व संदिग्ध मरीज को आइसोलेशन में रखना होगा। साथ ही मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित होने वाले सभी मरीज के लिए समय पर बेहतर इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए।
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