Punjab

मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने किया केरल के फ्रोजन सीमेन टेक्नोलॉजी और असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी सेंटर का दौरा

Chandigarh : पंजाब के पशुधन प्रजनन को आधुनिक जैव प्रजनन तकनीकों से मजबूत करने के उद्देश्य से पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण, पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां ने केरल के इडुक्की जिले के मट्टुपेट्टी स्थित केरल लाइवस्टॉक डेवलपमेंट बोर्ड (KLDB) के फ्रोजन सीमेन टेक्नोलॉजी और असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी (ART) सेंटर का दौरा किया। यह सुविधा, जो 1965 में स्थापित हुई थी, भारत में बोवाइन फ्रोजन सीमेन टेक्नोलॉजी की जननी मानी जाती है और आज भी उन्नत प्रजनन बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अग्रणी बनी हुई है।

खुडियां, प्रमुख सचिव पशुपालन राहुल भंडारी और अन्य अधिकारियों के साथ केरल की पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री जे. चिंचुरानी के निमंत्रण पर इस दौरे पर गए थे। इसका उद्देश्य पशुधन प्रजनन कार्यक्रमों में तकनीकी सहयोग की संभावनाओं को तलाशना था।

पशुधन प्रजनन अभियानों को फ्रोजन सीमेन उत्पादन देंगी बढ़ावा

दौरे के बाद गुरमीत सिंह खुडियां ने कहा, “मट्टुपेट्टी में उन्नत जीनोमिक चयन विधियां और सहायक प्रजनन तकनीकें हमारे पशुधन की आनुवंशिक गुणवत्ता को सुधारने की अपार संभावना रखती हैं। फ्रोजन सीमेन उत्पादन, इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन और एम्ब्रियो ट्रांसफर कार्यक्रमों में विशेषज्ञता पंजाब सरकार के पशुधन प्रजनन अभियानों को बड़ा बढ़ावा दे सकती है।”

खुडियां ने मंत्रियों और अधिकारियों से की चर्चा

खुडियां ने केरल की पशुपालन मंत्री जे. चिंचुरानी और सचिव पशुपालन डॉ. के. वासुकी, आईएएस के साथ ऑनलाइन चर्चा की। इसके अलावा, मट्टुपेट्टी में KLDB के प्रबंध निदेशक डॉ. आर. राजीव के साथ प्रत्यक्ष बैठक भी हुई।

प्रतिनिधिमंडल KLDB के IVF और एम्ब्रियो ट्रांसफर कार्यक्रमों के लिए बनाए गए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लेबोरेटरी और अंतरराष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र से विशेष रूप से प्रभावित हुआ, जहां पशु चिकित्सकों, पैरा-वेट्स और डेयरी किसानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है।

दौरे के दौरान भविष्य में सहयोग के कई मुख्य क्षेत्र पहचाने गए:

  1. जर्म-प्लाज़्म एक्सचेंज प्रोग्राम: पंजाब, केरल को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों में सहयोग देगा। इसके अंतर्गत पंजाब से उच्च गुणवत्ता वाली होल्स्टीन फ्रिसियन बछड़ों, हीफरों और गायों की आपूर्ति की जाएगी, जिन्हें केरल के किसानों को वितरित किया जाएगा और KLDB के IVF/ET कार्यक्रमों के लिए डोनर के रूप में उपयोग किया जाएगा।
  2. एलीट ब्रीडिंग स्टॉक एक्सचेंज: पंजाब और केरल के बीच विभिन्न नस्लों के गुणवत्तापूर्ण बैलों और प्रसिद्ध बिटल नस्ल की बकरियों के आदान-प्रदान की संभावना को भी तलाशा जाएगा।
  3. बायोटेक्नोलॉजी नॉलेज ट्रांसफर: जीनोमिक टेक्नोलॉजी, IVF और ET प्रोग्राम्स, और उच्च गुणवत्ता वाले फ्रोजन सीमेन उत्पादन जैसे उन्नत प्रजनन जैव प्रौद्योगिकी कार्यक्रमों में सहयोग किया जाएगा।
  4. तकनीकी प्रशिक्षण विनिमय: पंजाब के पेशेवर IVF/ET, फ्रोजन सीमेन टेक्नोलॉजी और पशु प्रजनन तकनीकों पर मट्टुपेट्टी में विशेष पाठ्यक्रमों में भाग लेंगे, वहीं केरल से प्रशिक्षु पंजाब आकर वहाँ की उन्नत विधियां सीखेंगे।
  5. विशेषीकृत कौशल विकास: पंजाब के अधिकारी KLDB के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेंगे, जिनमें चारे का उत्पादन, चारा बीज गुणवत्ता परीक्षण, जीनोमिक प्रजनन मूल्य आकलन, आनुवंशिक रोग स्क्रीनिंग और कैरियोटाइपिंग शामिल हैं।

खुडियां ने कहा, “यह सहयोग हमारे पशुधन प्रजनन कार्यक्रमों को आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो उन्नत जैव प्रजनन तकनीकों को अपनाकर हासिल किया जा रहा है।”

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