यूपी में गंगा-यमुना उफान पर, वाराणसी में भारी बारिश से डूबे घाट!

पुरे देश में बारिश ने हाहाकार मचा रखा है। जिससे लोगों का जन जीवन अस्त बयस्त नज़र आ रहा है। इसी बीच गंगा के तेवर से टेंशन बढ़ गई है। गंगा का जलस्तर अब तेजी से लाल निशान की ओर बढ़ रहा है। जलस्तर की रफ्तार में उतार और चढ़ाव के साथ ही गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर से मात्र 49 सेंटीमीटर नीचे बह रहा है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से घाटों तक पानी आ गया है। कुछ छोटे मंदिरों में भी पानी आ गया है।
आपको बतादें मथुरा और वृंदावन में यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिसकी वजह से वृंदावन में 100 से ज्यादा और मथुरा में 24 से अधिक लोग अपना घर छोड़कर बाढ़ राहत केंद्रों पर पहुंच चुके हैं। मथुरा में लगातार हो रही बारिश की वजह से पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है। जो लोगों के लिए काफी घातक साबित हो रहा है। मथुरा जिले के मांट इलाके के कई गांव पानी में डूब गए हैं। किसानों की कई एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है।
आपको बतादें मथुरा और वृंदावन के निचले इलाकों में घरों और सड़कों पर पानी भर गया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में 24 घंटे के अंदर 1.02 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है। यूपी के 75 में से 32 जिलों में इस दौरान अत्याधिक बारिश हुई है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे के अंदर भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं वाराणसी में भी गंगा में पानी का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। शनिवार को गंगा का जलस्तर बढ़ने से मणिकर्णिका घाट की निचली सीढि़यों पूरी तरह से डूब चुकी हैं और यही रफ्तार रही तो शवदाह स्थल तक पानी पहुंच जाएगा. 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 21 सेंटीमीटर का बढ़ाव दर्ज किया गया और केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर 61.86 मीटर दर्ज किया गया।
10 मिलीमीटर की रफ्तार से हो रही गंगा में बढ़ोतरी
गंगा के जलस्तर में दूसरे दिन रविवार को भी वृद्धि दर्ज की गई। 10 मिलीमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पानी बढ़ रहा है। पर्वतीय इलाकों में बारिश के चलते जलस्तर में वृद्धि हो रही है। पानी बढ़ने से कई घाटों की सीढ़ियां डूबने लगी हैं। इस समय गंगा खतरे से बिंदु से लगभग 10 मीटर नीचे बह रही हैं। यहां गंगा का चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर, खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है।
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