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शिक्षा व्यवस्था पर AAP का BJP-कांग्रेस पर तीखा हमला : कहा, 75 सालों से देश को सिर्फ लूटा

AAP On Education : आम आदमी पार्टी (AAP) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने देश की शिक्षा व्यवस्था को खंडहर करार देते हुए इसके लिए भाजपा और कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर देश अपने बच्चों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में विशेषज्ञ बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन भारत में शिक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर है कि बच्चे AI मजदूर बनने लायक भी तैयार नहीं हो पा रहे. सिसोदिया ने जोर देकर कहा कि AAP शिक्षा को अपनी प्राथमिकता मानती है. जहां पार्टी सत्ता में है, वहां स्कूलों को बेहतर बनाने पर काम कर रही है, और जहां सत्ता में नहीं है, वहां की सरकारों से शिक्षा सुधार के लिए संघर्ष कर रही है. उन्होंने कहा कि AAP का लक्ष्य है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, ताकि वे भविष्य में देश का गौरव बन सकें.


AAP का राष्ट्रव्यापी स्कूल निरीक्षण अभियान

29 जुलाई 2025 को AAP के 20 राज्यों के प्रभारियों ने शिक्षा व्यवस्था पर गहन विचार-विमर्श किया. इस बैठक में फैसला लिया गया कि 3,000 कार्यकर्ताओं की एक टीम 1 से 7 अगस्त तक देश भर के सरकारी स्कूलों का दौरा करेगी. इस अभियान का उद्देश्य स्कूलों की जर्जर हालत को उजागर करना और झालावाड़ जैसी दुखद घटनाओं को रोकना है, जहां एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से आठ बच्चों की जान चली गई. सिसोदिया ने कहा कि यह अभियान यह सुनिश्चित करेगा कि माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजें तो उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ सुरक्षित माहौल भी मिले. कार्यकर्ता स्कूलों की स्थिति की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसे प्रशासन व जनता के सामने रखेंगे.


केंद्र सरकार के दावों और जमीनी हकीकत में भारी अंतर

सिसोदिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नई शिक्षा नीति (NEP) के दावों को खोखला बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दावा करती है कि NEP ने शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने की घटना इसका जीता-जागता सबूत है. देश के 90% सरकारी स्कूलों की हालत बदहाल है. UDISE डेटा के अनुसार, केवल 4.8% स्कूलों में कंप्यूटर लैब हैं, और सिर्फ 29% दूसरी कक्षा के बच्चे पाठ पढ़ने या गणित करने में सक्षम हैं. सिसोदिया ने कहा कि ऐसी स्थिति में NEP के पांच साल पूरे होने का जश्न मनाना हास्यास्पद है. उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग की.


75 सालों में BJP-कांग्रेस ने देश को लूटा

सिसोदिया ने आरोप लगाया कि पिछले 75 सालों में भाजपा और कांग्रेस ने मिलकर शिक्षा के नाम पर देश को लूटा और धोखा दिया. NEP में शिक्षा पर 6% GDP खर्च का लक्ष्य रखा गया, लेकिन केंद्र सरकार अपने बजट का महज 2.5% ही शिक्षा पर खर्च करती है. कांग्रेस का राइट टू एजुकेशन (RTE) एक्ट भी कागजी साबित हुआ, क्योंकि इसे लागू करने के लिए पर्याप्त फंडिंग या इच्छाशक्ति नहीं दिखाई गई. 2009 में भारत ने PISA रैंकिंग में हिस्सा लिया और 74वें स्थान पर रहा. इसके बाद दोनों दलों की सरकारों ने इसमें भाग लेना बंद कर दिया, ताकि दुनिया के सामने भारत की बदहाल शिक्षा व्यवस्था की पोल न खुले. सिसोदिया ने कहा कि यह शिक्षा के प्रति इन दलों की गैर-जिम्मेदारी को दर्शाता है


वैश्विक शिक्षा में पिछड़ता भारत

सिसोदिया ने वैश्विक शिक्षा प्रणालियों से भारत की तुलना करते हुए कहा कि जापान में पांचवीं कक्षा से बच्चों को कोडिंग सिखाई जाती है, और आठवीं तक वे रोबोटिक्स सीखने लगते हैं. चीन ने 2018 में हाई स्कूल में AI को अनिवार्य कर दिया, और सिंगापुर में सातवीं से डेटा साइंस पढ़ाया जाता है. अमेरिका में छठीं कक्षा से AI और रोबोटिक्स अनिवार्य है, और बच्चे प्रोजेक्ट्स के जरिए सीखते हैं. वहीं, भारत में बच्चे टूटी छतों और टाट पर बैठकर पढ़ने को मजबूर हैं. सिसोदिया ने कहा कि भारत में 11वीं-12वीं के बच्चे कंट्रोल-सी, कंट्रोल-वी जैसी बुनियादी चीजें सीख रहे हैं, जबकि दुनिया के बच्चे AI और मशीन लर्निंग में महारत हासिल कर रहे हैं.


AAP की शिक्षा में उपलब्धियां

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने AAP की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2022 में पंजाब के सरकारी स्कूलों की हालत खराब थी. चार लाख बच्चे जमीन पर बैठते थे, और 8,000 स्कूलों में बाउंड्री वॉल नहीं थी. आज हर स्कूल में फर्नीचर, Wi-Fi, साफ पानी और सिक्योरिटी गार्ड्स हैं. पंजाब देश का पहला राज्य है, जहां हर स्कूल में वाई-फाई है. 260 बच्चों ने JEE Mains, 44 ने JEE Advanced और 800 ने NEET पास किया. स्कूल ऑफ एमिनेंस में एक सीट के लिए 200 बच्चे परीक्षा देते हैं. बैंस ने कहा कि AAP ने शिक्षा को राजनीति का धर्म बनाया है और दिल्ली के बाद पंजाब में भी इसे साबित किया.


BJP-कांग्रेस की नाकामी के खिलाफ AAP की लड़ाई.

AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि BJP ने उत्तर प्रदेश में 27,000 सरकारी स्कूल बंद करने का फैसला लिया, जिसमें 5,000 के आदेश जारी हो चुके हैं. ये स्कूल गरीब, दलित और किसान परिवारों के बच्चों के लिए जीवन रेखा हैं. उन्होंने कहा कि BJP नफरत और झगड़े की राजनीति करती है, जबकि AAP शिक्षा और स्वास्थ्य पर ध्यान देती है. दिल्ली में 10 साल तक AAP ने प्राइवेट स्कूलों को फीस बढ़ाने से रोका. सिंह ने कहा कि जहां AAP की सरकार है, वहां बेहतरीन स्कूल बनाएंगे, और जहां नहीं है, वहां सरकारों को शिक्षा सुधार के लिए मजबूर करेंगे. 2 अगस्त को लखनऊ में ‘स्कूल बचाओ’ आंदोलन होगा, और AAP सड़क, संसद और सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई जारी रखेगा.


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