Uttar Pradeshराज्य

2047 तक विकसित होगा बलिया: जानिए कैसे अरविंद कुमार सिंह और टीम बदलेंगी जिले की तस्वीर

बलिया विकास 2047: अहम बातें –

Ballia Development 2047 : उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद की तस्वीर अगले कुछ सालों में पूरी तरह बदलने वाली है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जिले को 2047 तक विकसित जनपद बनाने की जिम्मेदारी एक अनुभवी और माहिर टीम को सौंपी है. इस टीम में शामिल हैं सेवानिवृत्त आईएएस अरविंद कुमार सिंह, पूर्व आईएफएस अधिकारी ज्ञान प्रकाश सिंह, डॉ. संपूर्णानंद और कई दूसरे विशेषज्ञ, जिनका तजुर्बा और जानकारियां जिले के हर क्षेत्र में विकास की राह तय करेंगी. शिक्षा से लेकर स्वास्थ्य, खेती से लेकर उद्योग तक, हर मोड़ पर इस योजना का असर देखने को मिलेगा.

ये सिर्फ़ कोई सरकारी मिशन नहीं, बल्कि बलिया के आम लोग भी इसमें साथ होंगे. दो-दिवसीय जिले दौरे, स्थानीय लोगों से बातचीत और उनकी असली ज़रूरतों को समझकर तैयार किया जाने वाला रोडमैप इसे और असरदार बना देगा. मतलब ये कि बलिया का भविष्य अब सिर्फ कागज़ों में नहीं, बल्कि जनभागीदारी और हकीकी बदलाव में लिखा जाएगा.


कौन हैं शामिल –

  • अरविंद कुमार सिंह (सेवानिवृत्त आईएएस और मुख्य अभियंता UPPC).
  • ज्ञान प्रकाश सिंह (पूर्व आईएफएस अधिकारी).
  • प्रेम नारायण सिंह (सेवानिवृत्त अधिकारी).
  • डॉ संपूर्णानंद (संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी).
  • डॉ संजीत कुमार (वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष, आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज अयोध्या).

ये सभी मिलकर बलिया के विकास के लिए रोडमैप तैयार करेंगे और तय करेंगे कि जनपद को किस तरह से 2047 तक हर क्षेत्र में विकसित बनाया जा सकता है.

विकसित भारत@2047 और उत्तर प्रदेश का विजन

विकसित भारत@2047 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक दूरदर्शी पहल है. इसका लक्ष्य भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है. इसमें समावेशी विकास, तकनीकी नवाचार और सतत प्रगति पर जोर दिया गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पहल को राज्य स्तर पर लागू किया है. उनका संकल्प है कि प्रदेश को 2047 तक विकसित और वैश्विक मानकों के अनुसार सम्मानित बनाया जाए. इस अभियान के तहत नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया जाएगा.


विजन डॉक्यूमेंट की संरचना

यह डॉक्यूमेंट तीन थीम और 12 सेक्टर पर आधारित होगा:

  1. अर्थ शक्ति
  2. सृजन शक्ति
  3. जीवन शक्ति

इतना ही नहीं इसके साथ ही 12 सेक्टर भी शामिल होंगे. कृषि एवं सम्बद्ध क्षेत्र, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी और इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, पर्यटन, नगर एवं ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा एवं सुशासन. इस विज़न डॉक्यूमेंट के माध्यम से प्रदेश की विकास यात्रा की दिशा तय की जाएगी.


प्रबुद्धजनों की भूमिका

उत्तर प्रदेश सरकार ने लगभग 400 प्रबुद्धजनों को राज्य अतिथि के रूप में शामिल किया है. इन प्रबुद्धजनों में सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस, वन सेवा, कृषि, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा, वैज्ञानिक और अभियंत्रण के विशेषज्ञ शामिल हैं. इन प्रबुद्धजनों के मार्गदर्शन में बलिया सहित अन्य जिलों में दो-दिवसीय दौरे आयोजित किए जाएंगे. इस दौरान छात्र, शिक्षक, व्यवसायी, उद्यमी, कृषक, स्वयंसेवी संगठन, श्रमिक संगठन, मीडिया और आम जनमानस से संवाद कर उनके सुझाव और फीडबैक लिए जाएंगे. इससे सुनिश्चित होगा कि विकास योजना वास्तविक जरूरतों और आकांक्षाओं के अनुरूप बने.


बलिया में हालिया बैठक

हाल ही में बलिया पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री द्वारा नामित अरविंद कुमार सिंह और देवेंद्र कुमार सिंह के साथ बलिया के विकास पर सार्थक चर्चा हुई. इस अवसर पर सांसद नीरज शेखर भी उपस्थित रहे. बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग और आधारभूत संरचना जैसे क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं पर चर्चा हुई.


जनभागीदारी और रोडमैप

“समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश@2047” अभियान का उद्देश्य न केवल योजनाओं का निर्माण है, बल्कि नागरिकों में जागरूकता बढ़ाना और उन्हें राज्य के विकास में सहभागी बनाना भी है. इसके तहत हर जिले में लक्षित समूहों के साथ संवाद और सुझाव एकत्रित किए जाएंगे. इस अभियान के परिणामस्वरूप बलिया जैसे जिले को 2047 तक समृद्ध, विकसित और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा.


यह भी पढ़ें : बीजेपी सांसद का हमला : संजय निषाद को बताया ‘मछुआरा समाज का सौदागर’, लगाया परिवारवाद का आरोप

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button