उत्तराखंड के लोकपर्व हरेला प्रारम्भ, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लगाए विभिन्न प्रजातियों के 51 पौधे

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हर साल देवभूमि उत्तराखंड में हरेला पर्व खूब हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। आपको बता दें कि हरेला का ​अर्थ हरियाली से है। यह पर्व हरियाली और नई ऋतु के शुरू होने का सूचक है। इस अवसर पर आज (16 जुलाई) को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास पर वृक्षारोपण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि “हरेला प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का पर्व है।”

हरेला पर्व महत्व

उत्तराखंड का हरेला पर्व 16 जुलाई को मनाया जा रहा है। इस त्यौहार की उत्तराखंड राज्य में अधिक महत्वता है। बता दें कि हरेला प्रत्येक वर्ष तीन बार मनाया जाता है। पहली बार चैत्र के महीने में, दूसरी बार श्रावण के महीने में और तीसरी बार अश्विन के महीने में। हालांकि, सबसे अधिक महत्व सावन में मनाए जाने वाला यह पर्व जिसे हरेला कहते है। सावन की शुरुआत से कुछ दिन पहले हरेला को बोया जाता है और इसे संक्रांति के दिन काट लिया जाता है।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने लगाए 51 पौधे

इस खास अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास परिसर में विभिन्न प्रजातियों के 51 पौधे लगाए गए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को संदेश देते हुए कहा कि “हरेला प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का पर्व है। हरेला पर्व के उपलक्ष्य में प्रदेश में सामाजिक संगठनों, संस्थाओं एवं विभागों के माध्यम से व्यापक स्तर से वृक्षारोपण किया जाएगा।

सीएम धामी ने आगे कहा कि जल संरक्षण एवं जल धाराओं के पुनर्जीवन की दिशा में राज्य में अनेक प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा देश में जल संरक्षण और संवर्द्धन के लिए सभी को आगे आने का आहवाहन किया गया है। राज्य में इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य में 1200 से अधिक अमृत सरोवर बनाए गए हैं। इस दिशा में आगे भी लगातार कार्य होंगे।

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