मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह और कमलनाथ आमने-सामने, AAP भी मैदान में

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में चुनावी बिगुल बज चुका है, एक तरफ शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी एंटी इनकंबेंसी से जूझते हुए एक नया मास्टर स्ट्रोक खेल चुकी है, जिसके तहत प्रदेश की आधी जनता को सीधे उनके खाते में पैसे डालकर लुभाने का प्रयास है, तो वहीं कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी बीजेपी से ज्यादा पैसे देने का वादा कर चुकी है.बजट में महिलाओं संबंधी स्कीमों के लिए अच्छा खासा पैसा दिया गया है। इसके अलावा 1 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया गया है।
हालांकि ये बात और है कि बजट के एक दिन पहले राघौगढ़ से कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने सरकार पर युवाओं को बहलाने, नौकरी के झूठे वादे करने का आरोप लगाया था। भिंड के गोहद से विधायक मेवाराम जाटव द्वारा पूछे गए प्रश्नों के लिखित जवाब में सरकार ने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में 38 लाख 93 हजार से अधिक शिक्षित और अशिक्षित बेरोजगारों का एमपी रोजगार पोर्टल पर पंजीकरण है, इसमें से सिर्फ 21 आवेदकों को शासकीय और अर्द्ध शासकीय कार्यालयों में रोजगार उपलब्ध कराया गया है। निजी क्षेत्र के नियोजकों द्वारा 2,51,577 आवेदकों को ऑफर लेटर दिए गए हैं।
इन सबके बीच आम आदमी पार्टी ने भी कमर कस ली है. इसी के बीच आज राजधानी भोपाल में आम आदमी पार्टी की एक सभा हुआ जिसमे पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान समेत हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए।