NEET Exam : अनुराग का कबूलनामा, तेजस्वी के सेक्रेटरी से जुड़े तार!, जानिए क्या पता चला…

सांकेतिक चित्र
NEET Exam : नीट पेपर लीक मामले में परत दर परत केस खुल रहा है. वहीं इस मामले में अब सियासत भी चल पड़ी है. बीजेपी नेता और बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के बाद अब जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार सिंह ने भी तेजस्वी और आरजेडी पर हमला बोला है. वहीं इस मामले में गिरफ्तार आरोपी अनुराग ने भी अहम खुलासा किया है. वहीं आर्थिक अपराध इकाई अब इस मामले में तेजस्वी यादव के प्राइवेट सेक्रेटरी प्रीतम से भी पूछताछ कर सकती है.
नीट पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा आरोपी अनुराग यादव ने किया है। अनुराग ने कबूल किया कि उसे परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र मिल गया था। अनुराग ने बताया कि NEET परीक्षा में 100 फीसदी वही सवाल पूछे गए जो उसे पहले ही मिल गए थे। उसे गेस्ट हाउस में जो सवाल रटने को दिए गए, वहीं सवाल परीक्षा में आए। आरोपी ने बताया कि वो मंत्री के लेटर की मदद से गेस्ट हाउस में रूका और NHAI पटना गेस्ट हाउस के रजिस्टर में भी आरोपी की एंट्री है।
आरोपियों से पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग यादव अन्य अभ्यर्थियों के साथ पटना में NHAI गेस्ट हाउस में रुका था। उसने अपने नाम के आगे मंत्री जी लिखवाया था। उसके ठहरने की व्यवस्था करने के लिए मंत्री ने बाकायदा पत्र लिखा था। बिहार सरकार ने पत्र की जांच के आदेश दिए हैl अब ऐसे में यह जांच के विषय है कि इसमें कौन मंत्री संलिप्त है.
वहीं आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू पेपर लीक मामले में तेजस्वी यादव के प्राइवेट सेक्रेटरी प्रीतम कुमार को पूछताछ करने के लिए बुलाएगी. ईओयू के सूत्रों के मुताबिक सिकंदर कुमार यादवेंदु से प्रीतम कुमार के डायरेक्ट कनेक्शन के कई तथ्य सामने आये हैं. सूत्रों की मानें तो नीट पेपर लीक होने के बाद सिकंदर यादवेंदु के लिए सरकारी गेस्ट हाउस बुक कराने से लेकर उसकी पोस्टिंग तक में प्रीतम कुमार की भूमिका सामने आ रही है. लिहाजा ईओयू उसे तलब कर पूछताछ करने की तैयारी में है. हालांकि ईओयू का कोई अधिकारी इस मसले पर आधिकारिक तौर पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने नीट मामले में तेजस्वी यादव के पीए प्रीतम को घेरा है। नीरज कुमार ने कहा है कि तेजस्वी यादव को प्रीतम से प्रीत. कभी मनी चाहिए कभी प्रीतम चाहिए। हमारा सवाल यह है की नीट के मामले में गिरफ्तारी जो हुई है वो सिकंदर यादवेंदु की हुई है। यह कनीय अभियंता थे। इसकी सेवा जल संसाधन विभाग को जांच उपरांत वापस कर दी गई थी। लेकिन जब सैयां भय कोतवाल तो अब डर काहे का। जब तेजस्वी यादव मंत्री बनते हैं तो वह सिकंदर पुनः नगर विकास विभाग में दानापुर, बिहटा, मसौढ़ी के प्रखंड में आ गया। वह जब पकड़े गए हैं और उनके परिजन भी पकड़े हैं तो तेजस्वी यादव इस पर कुछ बोल क्यों नहीं रहे हैं. क्या प्रीतम के परिजन इसमें शामिल है इसलिए वो चुप हैं।
रिपोर्टः संजीव राय, ब्यूरोचीफ, बिहार
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