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दुनिया में बजेगा भारत का डंका, चीन और यूरोप के उड़ेंगे होश

India Manufacturing Capability : भारत ने चीन को पीछे छोड़ दुनिया भर में अपनी जड़े मजबूत कर रहा है। बता दें कि बॉस्टन कंसलटिंग ग्रुप की रिपोर्ट के मुताबिक 2018 से 2022 तक चीन से अमेरिकी इंपोर्ट में 10 फीसदी की गिरावट आई. जबकि भारत से इंपोर्ट में 44 फीसदी, मैक्सिको से 18 फीसदी और दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ के 10 देशों से 65 फीसदी इजाफा देखने को मिला है.

भारत ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग विनर्स के तौर पर उभरा

आप जान के हैरान होंगे कि भारत पिछले पांच साल में ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग विनर्स के तौर पर उभरा है। तो वहीं अमेरिका को इसके निर्यात में 23 बिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है। जबकि चीन को इस दौरान अमेरिका को निर्यात में 10 फीसदी का नुकसान हुआ है. अगर बात अमेरिका का भारत से इंपोर्ट की बात करें तो करीब 45 फीसदी पर आ गया है. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आने वाले दिनों में भारत का नाम अमेरिका से यूरोप तक सुनाई देने वाला है. वहीं चीन का काम पूरी तरह से तमाम होने के कगार पर है.

इंडियन मेड प्रोडक्ट्स का अमेरिका मे डंका

वहीं भारत को एक्सपोर्ट प्लेटफॉर्म के रूप में डायरेक्ट मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट में काफी स्ट्रांग एडवांटेज मिला है. साथ ही बता दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में इंपोर्टिड इंडियन मेड प्रोडक्ट्स की एवरेज लैंडिड कॉस्ट, जिसमें प्रोडक्टीविटी, लॉजिस्टिक, टैरिफ और एनर्जी और फैक्ट्री सैलरी शामिल है, जो अमेरिका में बने सामान की तुलना में 15 फीसदी कम है. इसके विपरीत, चीन से अमेरिका में उतरने की एवरेज कॉस्ट अमेरिकी कॉस्ट से केवल 4 फीसदी कम है और ट्रेड वॉर से संबंधित अमेरिकी टैरिफ के लगने के बाद प्रोडक्ट्स की कीमत 21 फीसदी ज्यादा है. तो इससे साफ होता है कि आने वाले समय में भारत दुनिया भर में नए अर्थव्यवस्था के रूप में उभरने वाला हैं।

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