आदिपुरूष फिल्म पर मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिया बयान, जानिए
आदिपुरूष फिल्म इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया है पर डायलॉग्स को लेकर फिल्म का काफी विरोध हो रहा है। फिल्म पर बैन लगाने तक की बात हो रही है। आपको बता दें कि रामायण पर आधारित इस फिल्म के निर्माता ओम राउत हैं। इस फिल्म ने दो दिनों में 240 करोड़ की कमाई कर ली है। आदिपुरुष में दिखाए गए संवादों पर जारी बवाल के बीच केंद्र सरकार की ओर से भी सख्त टिप्पणी सामने आई है। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि किसी को भावनाओं को ठेस पहुंचाने की इजाजत नहीं है। हालांकि, उन्होंने कहा कि फिल्म के राइटर और डायरेक्टर विवादित डायलॉग बदलने को राजी हो गए हैं।
दरअसल, आदिपुरूष फिल्म को लेकर दर्शक जितने उत्साहित थे उतने फिल्म देखने के बाद दिखे नहीं। लोगों का कहना है कि उन्हें आदिपुरूष फिल्म के डायलॉग्स पसंद नही आए। आदिपुरुष में दिखाए गए संवादों को लेकर लोगों को आपत्ति है। अयोध्या, वाराणसी से लेकर हरिद्वार तक में तमाम हिंदू संगठन फिल्म का विरोध कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत तमाम राज्यों में फिल्म पर बैन की मांग हो रही है। कुछ हिंदू संगठनों ने फिल्म पर बैन की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है।
किन-किन डायलॉग्स पर आपत्ति?
- हनुमान जब लंका में जाते हैं, तो एक राक्षस उन्हें देख लेता है और पूछता है, ”ये लंका क्या तेरी बुआ का बगीचा है, जो हवा खाने चला आया।”
- सीता से मिलने के बाद हनुमान को जब लंका में राक्षस पकड़ लेते हैं, तो मेघनाथ उनकी पूंछ में आग लगाने के बाद पूछता है, जली। इसके जवाब में हनुमान कहते हैं ”तेल तेरे बाप का। कपड़ा तेरे बाप का। और जलेगी भी तेरे बाप की।”
- जब हनुमान लंका से लौटकर आते हैं और राम उनसे पूछते हैं कि क्या हुआ? इसके जवाब में हनुमान कहते हैं- बोल दिया, जो हमारी बहनों को हाथ लगाएंगे, उनकी लंका लगा देंगे।
- लक्ष्मण पर वार करते हुए इन्द्रजीत एक जगह कहता है, ”मेरे एक सपोले ने तुम्हारे इस शेष नाग को लंबा कर दिया। अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है।” इसके अलावा भी दर्शकों ने कुछ संवादों और भगवान राम, सीता, हनुमान और रावण की वेशभूषा पर भी आपत्ति जताई है।
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