भिंड में महिला बाल विकास संयुक्त मोर्चा का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

भिंड में महिला एवं बाल विकास विभाग का संयुक्त मोर्चा का प्रदर्शन भिंड कलेक्ट्रेट पर किया गया। यहां आईसीडीएस, परियोजना अधिकारी, पर्यवेक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका एकित्रत हुई। उन्होंने ज्ञापन देते हुए अपनी मांगों को रखा। इन कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन देखते हुए मौके पर पुलिस बल भी तैनात किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठी कार्यकर्ता
विरोध प्रदर्शन के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग की संयुक्त मोर्चा द्वारा रैली निकाली गई। ये रैली के तौर पर दोपहर के समय कलेक्ट्रेट पहुंची। करीब एक घंटे तक मोर्चा की सदस्यों ने कलेक्ट्रेट के मेनगेट पर विरोध जताते हुए नारेबाजी की। उन्होंने अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन के माध्यम से परियोजना अफसरों की पे ग्रेड बढ़ाने की बात कही। वहीं, पर्यवेक्षकों को छटवां वेतनमान लागू किए जाने की बात रखी।
इसी तरह से संविदा पर्यवेक्षकों को नियमित किया जाए। परियोजना अफसरों को अन्य विभागों की तरह चार स्तरीय स्केल की मांग रखी गई। पर्यवेक्षकों को पदोन्नत करके परियोजना अफसरों के रिक्त भरे जाएं। विरोध प्रदर्शन के दौरान मोर्चा के पदाधिकारियों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि ब्लॉक स्तरीय सशक्तीकरण अधिकारी के आगे से प्रभारी शब्द हटाया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं की नियुक्ति स्थाई की जाएं और वेतनमान बढ़ाया जाए पेंशन आदि की सुविधा दी जाए। मांग करने वालों में संभागाध्यक्ष आभा श्रीवास्तव, पर्यवेक्षक संघ भिंड जिलाध्यक्ष हेमलता लोधी, जिला संयोजक रजनी कुशवाह कोषाध्यक्ष साधना चौधरी आदि समेत सैकंडों कार्यकर्ता मौजूद रहीं।