मध्य प्रदेश के एक गांव में लगी मृत्युभोज पर रोक, पंचायत ने लिया खास फैसला

मध्य प्रदेश के एक गांव में लगी मृत्युभोज पर रोक, पंचायत ने लिया खास फैसला

मध्य प्रदेश के एक गांव में लगी मृत्युभोज पर रोक, पंचायत ने लिया खास फैसला

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मध्य प्रदेश के भिंड जिले की मेघपुरा ग्राम पंचायत ने एक अनूठे सामाजिक निर्णय लेकर सबको हैरान कर दिया है। इस गांव ने मृत्युभोज को समाप्त करने का निर्णय लिया है। इसके बदले में, गांव की सबसे गरीब सभी कन्याओं के खाते में पर्याप्त धनराशि दी जाएगी। इस प्रकार, मेघपुरा ग्राम पंचायत के जरपुरा गांव में निवास करने वाले लक्ष्मी सिंह नरवरिया की पत्नी की त्रयोदशी पर मृत्युभोज नहीं कराने का निर्णय लिया गया है। गांव में पंचायत हुई और सोचा गया कि मृत्युभोज कुप्रथा सैकड़ों साल से हमारे समाज में फैली हुई है। इसकी वजह से कई गरीब परिवार पिस रहें हैं।

125 कन्याओं के खोले गए खाते

अब यह पूरी तरह से गांव में बंद हो जाएगा। इसके बदले, गांव की हर कन्या के खाते में 1100 रुपये डालकर उसके नाम एफडी कराया जाएगा। इसके बाद परिवार, ग्रामीणों और पंचायत सरपंच ने इसे स्वीकार किया। मेघपुरा गांव के सरपंच ने लोगों से एक बैठक की। इसके बाद, सभी लड़कियों के नाम और खाते नंबर की सूची बनाई गई। वहीं गांव में लगभग 125 कन्याओं के खाते में एक लाख 35 हजार रुपये डालकर एफडी कराई गई।

उत्कृष्ट विद्यार्थियों को दिया जाएगा पुरस्कार

मेघपुरा गांव के सरपंच रामबरन सिंह नरवरिया ने कहा कि बेटियों के नाम एफडी कराने के साथ-साथ गांव के उत्कृष्ट विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा। 11 हजार रुपये का पहला पुरस्कार, 5100 रुपये का दूसरा और 2100 रुपये का तीसरा पुरस्कार रखा जाएगा। इसके अलावा विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह भी मिलेंगे।

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