यूपी में चल रहा नशीली दवाओं का कारोबार, भालोटिया के सात व्यापारियों की भूमिका आई सामने

पूर्वांचल में नशीली दवाओं का कारोबार तेजी से फैल रहा है। इसमें सबसे बड़ी दवा मार्केट भालोटिया के सात व्यापारियों की भूमिका सामने आई है। आपको बता दें की दो दवा व्यापारियों के खिलाफ संतकबीरनगर जिले में मुकदमा दर्ज हुआ है। पांच और व्यापारियों के खिलाफ जांच चल रही है। इन व्यापारियों की देखरेख में ही नशीली दवाओं की खेप नेपाल, बिहार, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों तक पहुंचाई जा रही है।
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नशीली दवाओं की आपूर्ति में पहली बार भालोटिया मार्केट के दो मेडिकल (आशीष मेडिकल एजेंसी और आशीष ट्रेडर्स) के नाम खुलकर सामने आए हैं। इनके संचालक आशीष गुप्ता और अमित गुप्ता हैं और ये दोनों सगे भाई हैं। इन दोनों पर आरोप है कि सगे भाई अलग-अलग डिपो से नशीली दवाओं की खेप मांगाकर इकट्ठा करते थे, फिर अलग-अलग शहरों में भेजकर मोटी कमाई करते थे। यह काम पिछले 10 सालों से चल रहा है।
नशीली दवाओं का कारोबार
सूत्रों की माने तो दोनों व्यापारी अपने जुगाड़ से ड्रग विभाग से लेकर नारकोटिक्स तक के आला अधिकारियों को मैनेज कर लेते थे। वहीं इस मामले में ड्रग विभाग की टीम ने शनिवार देर रात दो करोड़ रुपये की नशीली दवाएं बरामद कर रविवार को दवा कारोबार से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से 15 लाख रुपये, आठ मोबाइल फोन, एक कार, एक ट्रक और दो कंटेनर बरामद हुए हैं।
सहायक औषधि आयुक्त एजाज अहमद ने बताया कि पकड़े गए लोगों की पहचान गोरखपुर के तारामंडल के मुकेश मिश्र, बस्ती के नबीरहमुल्लाह, कौड़ीराम बांसगांव के हरिश्चंद्र गुप्ता, बिहार के आरा निवासी शंभू गुप्ता, गंगा सागर और मोलू यादव के रूप में हुई है। इन सभी को गीडा पुलिस ने रविवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया।
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