
बीते दिनों बागेश्वर धाम सरकार (bageshwar dham sarkar) के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) को सेलेब्रिटी आयुर्वेदाचार्य प्रकाश टाटा ने चमत्कार दिखाने का चैलेंज दिया था। प्रकाश टाटा ने ट्वीटर पर वीडियो जारी कर बाबा धीरेंद्र शास्त्री को खुली चुनौती दी थी। इसको लेकर अब बाबा की प्रतिक्रिया सामने आई है।
“हम फरमाइशी गीत नहीं हैं”
चमत्कार दिखाने को लेकर बाबा धीरेंद्र शास्त्री काफी चर्चा में रहे थे। बाबा को चमत्कार दिखाने का चैलेंज दिया गया था, जिसके बाद ये पूरा विवाद खड़ा हुआ। अब बाबा को सेलेब्रिटी आयुर्वेदाचार्य प्रकाश टाटा ने चुनौती दी। टाटा ने कहा कि अगर उनके पर्चे को शास्त्री अपने पर्चे पर लिखकर बता दें तो उन्हें 1 करोड़ रूपए की दक्षिणा देंगे। प्रकाश टाटा ने यह भी कहा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री ऐसा नहीं कर पाते हैं तो सिर्फ 11 लाख रूपए देने होंगे। इसको लेकर पत्रकारों ने सोमवार को सवाल किया तो बाबा ने जवाब में कहा कि “हम कोई फरमाइशी गीत नहीं है। कितनी बार स्वीकार किया है, कितनी बार उत्तर दिया है और कितनी बार टेस्ट नहीं दिया है, अब यही थोड़ी ना देते रहेंगे बार-बार, ये सब सस्ती लोकप्रियता पाने का एक नया ढंग है।”
पहले भी मिल चुका है ओपन चैलेंज
दरअसल, महाराष्ट्र की संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के श्याम मानव ने धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने बागेश्वर धाम सरकार को चुनौती दी थी कि वह नागपुर में उनके मंच पर आए और अपना चमत्कार दिखाएं। संस्थान ने कहा कि अगर धीरेंद्र शास्त्री ऐसा करते हैं तो उन्हें 30 लाख रुपये दिए जाएंगे लेकिन उन्होंने चुनौती स्वीकार नहीं की।
कहा जाने लगा कि धीरेंद्र शास्त्री ने संस्थान की चुनौती को स्वीकार नहीं किया और वह वहां से भाग गए। लोगों का कहना था कि वह डरकर नागपुर से वापस लौट आए थे। इन तमाम आरोपों पर आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का कहना था कि वह किसी के डर या चुनौती से नहीं वापस आए हैं, उन्हें किसी के भी प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है।
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