AIIMS Delhi: शटल सेवा को दुरूस्त करने में जुटी AIIMS प्रशासन

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AIIMS Delhi: राजधानी दिल्ली में 115 एकड़ में फैले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में पार्किंग और कैंपस के अलग-अलग हिस्सों में आने-जाने के लिए शुरू की गई परिक्रमा सेवा को व्यवस्थित करने के लिए एम्स प्रशासन ने एक मेमोरेंडम जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि परिक्रमा सेवा के रूप में एम्स परिसर में चलने वाले इलेक्ट्रिक शटल सेवा सुव्यवस्थित तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। यहां तक की इसका उपयोग बाहरी लोगों द्वारा भी किया जा रहा है, जो न तो एम्स के रोगी हैं, न ही उनके परिजन या अस्पताल कर्मी।

AIIMS Delhi: शटल सेवा में गैरनियमितता

अस्पताल प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई कि परिसर में यह भी देखा गया है कि शटल सेवा गैर-निर्धारित बिंदुओं पर भी रुक रहे हैं जिससे यातायात में अवरोध आ रहा है और लोगों को असुविधा हो रही है। इसलिए एम्स की ओर से इस संबंध में कई कदम उठाएं गए हैं। ताकि परिसर के भीतर परिक्रमा सेवा को सुव्यवस्थित किया जा सके।

  1. शटलों सेवा के लिए पिकअप और ड्रॉप बिंदुओ को परिसर के भीतर चिह्नित किया जाएगा
  2. शटल सेवा केवल चिन्हित स्थान पर रुकेंगी और बीच में कहीं नहीं रुकेंगी
  3. केवल एम्स के मरीज या परिजन को ही सेवा का लाभ उठाने की अनुमति होगी और इसके लिए सुरक्षा गार्ड तैनात किया जाएगा।
  4. 31 दिसंबर 2023 तक सभी इलेक्ट्रिक शटलों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा और उनकी आवाजाही पर निगरानी रखने के लिए केंद्रीय परिवहन विभाग में एक नियंत्रण कक्ष बनाया जाएगा।

क्या है शटल सेवा या परिक्रमा सेवा ?

परिक्रमा सेवा एम्स प्रशासन द्वारा कैंपस के भीतर उपलब्ध कराई गई मुफ्त कैब व शटल सेवा है। जिसका उपयोग करके एम्स के मरीज या परिजन या अस्पताल कर्मी एम्स कैंपस में एक स्थान से दूसरे स्थान आते-जाते हैं। इसकी वजह से पार्किंग की समस्या हल हो गई है। फ्री शटल और कैब शुरू होने से बड़ी संख्या में लोग निशुल्क शटल सर्विस का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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