मनोरंजन

इरफान खान के बैचमेट आलोक चटर्जी का हुआ निधन, फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर

Alok Chatterjee Death : जाने-माने थिएटर अभिनेता और दिवंगत एक्टर इरफान खान के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के बैचमेट आलोक चटर्जी अब इस दुनिया में नहीं रहे। उन्होंने सोमवार रात करीब 11 बजे अंतिम सांस ली। आलोक चटर्जी की तबीयत बहुत समय से खराब चल रही थी, उनके इंटरनल ऑर्गन्स भी काम करना बंद कर दिए थे जिस वजह से उनका निधन हो गया।

आलोक के निधन पर फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर

वहीं आलोक चटर्जी के निधन से फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। तमाम फैंस और सेलेब्स एक्टर की मौत पर दुख जाहिर कर रहे हैं। फेमस लिरिसिस्ट स्वानंद क्रिकिरे ने अपने दोस्त आलोक के निधन पर शोक जताते हुए अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की। जिसमे उन्होंने दिवंगत अभिनेता की एक तस्वीर शेयर करते हुए, हिंदी में अपना मैसेज लिखा, “आलोक चटर्जी .. एक शानदार अभिनेता चला गया! वह एनएसडी में इरफान के बैचमेट थे। अगर इरफान कालिदास थे, तो आलोक चटर्जी विलोम! अपने कालिदास से मिलने गए! आपकी आत्मा को शांति मिले, आलोक भाई!”

https://www.instagram.com/p/DEg0D2linmv/?utm_source=ig_embed&ig_rid=3dfc6c01-db12-4294-a8b5-96347fb92246

हालांकि, आलोक चटर्जी का अंतिम संस्कार आज दोपहर बाद किया जाएगा।

इरफान खान के बैचमेट थे आलोक चटर्जी

बता दें कि आलोक, इरफान खान के करीबी दोस्त थे। दोनों न1984 से 1987 तक प्रेस्टीजियस नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में बैचमेट थे। आलोक और इरफान ने लगभग तीन सालों तक साथ में काम किया। आलोक चटर्जी को भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

कई फेमस नाटकों का किया था निर्देशन

आलोक चटर्जी एक प्रसिद्ध रंगमंच व्यक्तित्व थे, जिन्होंने मध्य प्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा (एमपीएसडी) के निदेशक के रूप में कार्य किया था। वह एनएसडी के गोल्ड मेडलिस्ट भी थे। आलोक चटर्जी मध्य प्रदेश के दमोह के रहने वाले थे और उन्होंने कई लोकप्रिय नाटकों में अभिनय किया था।

उनकी निर्देशन शैली में विलियम शेक्सपियर के नाटक “ए मिडसमर नाइट्स ड्रीम” का निर्देशन शामिल था। इसके अलावा, उन्होंने आर्थर मिलर के नाटक “डेथ ऑफ ए सेल्समैन” का निर्देशन और अभिनय भी किया था। उनका योगदान भारतीय रंगमंच के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है।

‘मैं अपनी जिंदगी थिएटर के लिए जी रहा हूं’

आलोक चटर्जी ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में कहा था कि वह सिर्फ नाटक करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था, “मैं एक परफॉर्मर बनने के लिए दिल्ली गया था। अगर मुझे फिल्में करनी होती तो मैं एफटीआईआई पुणे चला जाता। मैं अपनी जिंदगी थिएटर के लिए जी रहा हूं। उन्होंने कहा था कि मैंने एनएसडी से पढ़ाई की है, जिसकी वजह से थिएटर मेरे खून में है। मैं बाजार में बिकने वाला पेंटर नहीं हूं।”

यह भी पढ़ें : PM मोदी आज दिल्ली को देंगे 12200 करोड़ो रुपये की सौगात, नमो भारत से लेकर मेट्रो तक का विस्तार

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button