दिल्ली में एक बार फिर बढ़ा ‘बाढ़’ का खतरा, दिल्ली वालों की धड़कने हुई तेज़

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दिल्ली में यमुना नदी एक बार फिर उफनती दिखाई दे रही है। जिससे एक बार फिर  दिल्ली वालों की दिल की धड़कने तेज़ हो गई है। आपको बतातें चलें दिल्ली में यमुना नदी के खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और इसी के साथ ही लोगों की सांसें भी यहां ऊपर-नीचे होने लगी हैं। ओल्ड यमुना ब्रिज के पास यमुना का जलस्तर फिर से बढ़ा हुआ दर्ज किया है। दरअसल कुछ ही दिनों पहले यमुना ने जब रौद्र रूप दिखाया था तब  दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गए थे। यमुना नदी के आस पास निचले इलाके में रहने वाले लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। अधिकारियों ने कहा कि नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी से राष्ट्रीय राजधानी के बाढ़ प्रभावित निचले इलाकों में राहत एवं पुनर्वास के काम पर असर पड़ सकता है।

आपको बतातें चलें शनिवार से ही यमुना के जलस्तर में फिर से बढ़ोतरी होने का जो सिलसिला शुरू हुआ था, वो रविवार को भी जारी रहा और रात 8 बजे तक यमुना का जलस्तर बढ़कर 206.39 मीटर तक पहुंच गया था। हालांकि, हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा में दोपहर बाद से शाम तक लगातार काफी कमी आई, लेकिन शनिवार की रात से लेकर रविवार की सुबह तक जो पानी छोड़ा गया था, वो सोमवार तक दिल्ली पहुंचेगा। इसकी वजह से आज यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़कर 207 मीटर के पार जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो निचले इलाकों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा। इसे देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट पर है।

आपको बतादें मौसम विभाग का 25 जुलाई तक उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने का पूर्वानुमान है। इससे राजधानी में एक बार फिर से बाढ़ की स्थिति पैदा होने की आशंका जताई जा रही है। सीडब्ल्यूसी के आंकड़ों के मुताबिक, यमुनानगर स्थित हथिनीकुंड बैराज में जल प्रवाह की दर शनिवार सुबह नौ बजे एक लाख के आंकड़े के पार चली गई और सुबह 10 बजे से शाम चार बजे के बीच दो लाख से 2.5 लाख क्यूसेक के बीच रही। इसके बाद से जल प्रवाह की दर 1.5 लाख क्यूसेक से दो लाख क्यूसेक के बीच है।

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