
एमपी के बुरहानपुर जिले के आदिवासी बाहुल्य धूलकोट में धर्मांतरण का मामला सामने आया है। बता दें कि आदिवासियों को प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया जा रहा था। इसी संबंध में 50 से अधिक आदिवासियों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने धर्मांतरण करने के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। पुलिस ने आरोपियों के पास से धर्मांतरण किए गए लोगों की सूची एवं धार्मिक साहित्य भी बरामद किया है।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि दोनों आरोपी व्यक्ति धूलकोट क्षेत्र के रहने वाले हैं। वह क्रिश्चियन मिशनरी के संपर्क में आए। जिसके बाद वह कोल्हापुर में स्थित चर्च में जाकर ईसाई धर्म को अपनाया। दोनों के नाम भैयालाल, और भाऊलाल पुलिस ने बताया है
एसपी ने कहा कि इन दोनों ने भोपाल में स्थित एक सभा में ट्रेनिंग ली। यह भोले-भाले आदिवासियों को बहला कर धर्म परिवर्तन के लिए निकल पड़े। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि जिनका धर्म परिवर्तन नहीं हो पाता था। उनके लिए हम चर्च में जाकर क्षमा याचना भी करते थे कि हम उनका धर्म परिवर्तन नहीं कर पाए।
शहर के बाद यह दोनों आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र नेपानगर, धनकोट, कानापुर में घूमते रहे। उन्होंने इस एरिया में कई सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने आदिवासी लोगों को बताया कि जिसका समाज में उद्धार नहीं हो रहा। उनको ईसाई धर्म अपनाना चाहिए। ईसाई धर्म अपनाने के बाद जीवन का उद्धार हो जाएगा।
बता दें इसके बाद धूलकोट चौकी में दोनों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। जब यह पूरा मामला एसपी राहुल कुमार लोढ़ा तक पहुंचा। पुलिस ने घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि यह दोनों व्यक्ति पूरी प्लानिंग के साथ गांव वालों से मिलते थे। सभा करके प्रवचन दिया करते थे। इस दौरान यह अपने डायरी में चिन्हित लोगों का नाम नोट कर आगे बढ़ा दिया करते थे।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस को इनके पास से एक डायरी और एक बैग मिला है। जिसमें बाइबिल और धर्मांतरण किए जाने को लेकर दस्तावेज मिले हैं। पुलिस ने इनको जब्त कर इनकी फंडिंग को लेकर जांच कर रही है।