यमुना में उफान,राजधानी सावधान! केजरीवाल सरकार के दिल्लीवालों को निर्देश

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देश की राजधानी में भयंकर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यमुना नदी का पानी दिल्ली में प्रवेश कर चुका है। जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। सीएम के कार्यालय क्षेत्र समेत दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों में पानी भर गया है। जिससे कि सामान्य जनजीवन और यातायात बाधित हुआ है। लोग निचले इलाके से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। यमुना का जलस्तर ऐतिहासिक ऊंचाई पर पहुंच गया। बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर और भी बढ़ेगा। सरकार द्वारा जरुरी दिशा निर्देश दिये गए हैं :

बाढ़ के खतरे के बीच दिल्ली में गैर-जरूरी सरकारी दफ्तरों को बंद कर दिया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में पानी भर जाने से स्कूल, कॉलेज को भी बंद करना पड़ा है। निजि कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दी गई है। आज उपराज्यपाल की अगुवाई में डीडीएमए की मीटिंग में यह फैसले लिए गए हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि बाढ़ के बीच दिल्ली में पानी की समस्या भी पैदा हो सकती है। वजीराबाद, चंद्रवाल और ओखला स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा है। सीएम ने बताया कि जलस्तर घटने के साथ ही प्लांट फिर से शुरू किए जाएंगे। उन्होंने आम आदमी पार्टी के विधायकों, मंत्रियों को लोगों की मदद के निर्देश दिए हैं।

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से अरविंद केजरीवाल कार्यालय के आसपास भी पानी भर गया है। राजधानी में भारी वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। सिंघू बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर पर भारी वाहनों को रोका जा रहा है। ओल्ड रेल ब्रिज पर जलस्तर 208 मीटर के ऊपर है। केंद्रीय जल आयोग का मानना है कि यमुना नदी में जलस्तर और बढ़ने की आशंका है। दिल्ली सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह जब तक बहुत ज्यादा जरूरी ना हो सड़कों पर न निकले। दिल्ली सरकार ने यमुना से सटे इलाके और निचले इलाके से लोगों को निकालकर टेंट में शिफ्ट कर दिया है। पुरानी दिल्ली में यमुना के ऊपर से गुजरने वाले पुल को बंद कर दिया गया है। इसे लोहा पुल भी कहते हैं जहां ऊपर से ट्रेनें गुजरती हैं। यमुना में जलस्तर बढ़ने से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेल ब्रिज को बंद कर दिया गया है।

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