
Chhattisgarh: जशपुर में शिक्षा विभाग की गंभीर लापरवाही सामने आई है। जहां रसोइयों के हड़ताल के दौरान स्कूली बच्चों से हेडमास्टर ने मिड डे मिल बनवाया। इस दौरान बच्चों से कूकर खोलने के दौरान तीन बच्चे बुरी तरह से झुलस गए। जिनमें से एक बच्ची का शरीर लगभग आधा झुलस गया है। इस घटना का दुःखद पहलु यह भी है कि झुलसे भाई को देखने पंहुची छोटी बहन की भी सदमे से तबियत बिगड़ी और उसकी अस्पताल में ही मौत हो गई। घटना के 24 घंटों बाद भी गंभीर रुप से घायल छात्रा उच्चस्तरीय ईलाज के लिए तड़प रही हैं। वहीं शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी अब भी लापरवाह नजर आ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
बता दें ये पूरा मामला जशपुर जिले के कांसाबेल विकासखंड का है, जहां जामपानी प्राथमिक शाला में मंगलवार को बच्चे मिड डे मिल बना रहे थे। प्रेशर कुकर खोलने के दौरान तीन बच्चे गर्म भाप से बुरी तरह झुलस गए। जिसके बाद उन्हें उपचार के लिए कांसाबेल के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां 2 बच्चों को प्राथमिक ईलाज के बाद घर भेज दिया गया है। वहीं पांचवी की छात्रा नेहा सिदार की हालत बेहद गंभीर है। लगभग आधा शरीर बुरी तरह झुलस गया है। झुलसी हुई छात्रा नेहा के परिवार वालों ने उच्चस्तरीय ईलाज की मांग करते हुए आर्थिक सहायता की अपील की है। फिलहाल छात्रा कांसाबेल के सामुदायिक अस्पताल के जनरल वार्ड में है। जहां उसे संक्रमण का खतरा बना हुआ है।
संजीव कुमार सिंह ने बताया कि जामपानी प्राथमिक शाला के शिक्षक जलेश्वर भगत, हेडमास्टर की लापरवाही सामने आई है। कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है। घटना के 24 घंटों बाद एक ओर जहां इस घटना से सदमे में आई मासूम की मौत के बाद पीड़ित छात्र का परिवार अपनी बेटी की अर्थी सजा रहे है। वहीं दूसरी ओर झुलसी हुई छात्रा अब भी अपने ईलाज के लिए तड़प रही है। मामले में जिला कलेक्टर डॉ रवि मित्तल ने गंभीरता से कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने छात्रा के उच्चस्तरीय ईलाज की समुचित व्यवस्था तत्काल दुरुस्त करने की बात कही है। बहरहाल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारी व शिक्षकों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
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