
Sikkim Flood: सिक्किम में बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में आई बाढ़ की वजह से तबाही मच गई है। राज्य में तबाही का आलम ये है कि अब तक 21 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि भारतीय सेना के 22 जवान समेत 102 लोग अब भी लापता है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कई लोग मलबे में दबे हुए हैं। इस समय सेना, NDRF, SDRF, सिक्किम पुलिस समेत कई विभागों की टीम लापता लोगों को तलाशने और बचाव कार्य में जुटी है।
बाढ़ के कारण 300 मकान नष्ट
मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में अचानक बाढ़ आ गई। बाढ़ ने राज्य में 11 पक्के पुलों को नष्ट कर दिया है। चार प्रभावित ज़िलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइनें और कच्चे और कंक्रीट दोनों तरह के क़रीब 300 मकान नष्ट हो गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 10 समेत राज्य सरकार की कई सड़कें टूट चुकी हैं, जिसके कारण कई इलाक़ों का संपर्क कट गया है।
22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित
तीस्दा नदी में आई बाढ़ की वजह से 22 हजार से ज़्यादा लोग प्रभावित बताए गए हैं और हादसे में प्रभावित सैकड़ों लोगों ने चार ज़िलों में बनाए गए राहत शिविरों में शरण ले रखी है। वहीं राज्य सरकार ने इस तबाही को प्राकृतिक आपदा घोषित कर दिया है।
भूकंप भी बताया गया बादल फटने की वजह
बाढ़ से आई तबाही ने लोगों के सामने बड़ी आपदा खड़ी कर दी है। बाढ़ के अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं। फिलहाल वैज्ञानिक इस बात का पता लगा रहे हैं कि सिक्किम में आई बाढ़ का असल कारण क्या है। कुछ जानकारों ने बादल फटने का कारण नेपाल बॉर्डर पर आए तेज भूकंप के झटके बताए हैं।
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