भूपेश बघेल ने भाजपाईयों को बताया अपहरणकर्ता, हेमंत सोरेन ने भी फेंका नया राजनीतिक दांव जानें?

झारखंड की सियासत में फिर से एक बार फिर नया रंग घुलने लगा है। अब तक की मिली जानकारी के हिसाब से झारखंड के राज्यपाल रमेशल बैस दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं। ख़बर तो ये भी है कि वो अमित शाह से भी मिलेंगे। गुरूवार को महागठबंधन के नेताओं ने भी राज्यपाल से मुलाकात की थी। इन्हीं सारी सियासी हलचल के बीच सोरेन ने नया राजनीतिक दांव खेला है, इसी को देखते हुए जानकारी मिल रही है कि हेमंत सोरेन विधानसभा सत्र में बहुमत पेश कर सकते हैं। इस राजनीतिक उठापटक को देखते हुए सोरेन ने फिलहाल रायपुर में ही रहकर सियासत के मांजे को धार देने का काम करेंने का मन बनाया है। बता दें कि UPA के 30 विधायक रायपुर के मेफेयर होटल में रुके हुए हैं।
क्या है राजनीतिक चर्चा?
चर्चाओं का बाजार इस बात से भी गर्म है कि UPA के 4 मंत्री जो कि कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए बुधवार को रांची के लिए रवाना हुए थे, वे भी शुक्रवार को एक बार फिर से रायपुर लौट सकते हैं। फिलहाल इस बात की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन विधानसभा सत्र से ठीक एक दिन पहले सभी के रांची लौटने की सूत्रों से जरूर मिली है।
भूपेश भघेल ने भाजपा पर कसा सियासी तंज
झारखंड के विधायकों के छत्तीसगढ़ की ओर कूच करने को लेकर BJP के बयान पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा की बीजेपी के अपहरण वाली तरकीब का जल्द होगा भंडाफोड़ अब तक मिली जानकारी के हिसाब से मेफेयर रिजॉर्ट के बाहर बीजेपी प्रदर्शन कर सकती है। सोशल मीडिया पर एक मैसेज आग के धुएं की तरह वायरल हो रहा है, जिसमें झारखंड सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एकजुट होने की बात कही गई है। वहीं एसडीएम ने बताया है कि हमारी ओर से पूरी व्यवस्था की गई है। सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती कर दी गई है।
सिक्योरिटी के जाल में फंसे विधायक
30 अगस्त की शाम से UPA के विधायक रायपुर के मेफेयर गोल्फ रिजॉर्ट में हैं। इन विधायकों को छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से इतनी सख्त सुरक्षा दी गई है। जिससे परिंदा भी पर न मार सके। मेन गेट से विधायकों तक पहुंचने के लिए तीन लेयर में सिक्योरिटी को तैनात किया गया है। इसमें 24 घंटे तीन DSP रैंक के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।