उदयनिधि स्टालिन का विवादित बयान, राम मंदिर के विरोध में की टिप्पणी

Udhayanidhi Stalin on Ram Mandir
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Udhayanidhi Stalin : अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरा देश राममय हो गया है। लेकिन इसके साथ ही Ram Mandir को लेकर आए दिन विवाद भी हो रहा है। विपक्ष राम मंदिर के उद्घाटन को बीजेपी का चुनावी मुद्दा बता रहा है। आज (18 जनवरी) फिर विपक्ष के जाने माने नेता उदयनिधि स्टालिन विवादों में घिर गए हैं। उन्होंने राम मंदिर को लेकर विवादित टिप्पणी की है।

Udhayanidhi Stalin on Ram Mandir: ‘मस्जिद तोड़कर बने मंदिर का समर्थन नहीं’

Udhayanidhi Stalin अपने बयानों को लेकर फिर सुर्खियों में हैं। उदयनिधि ने कहा है कि, ‘हम या हमारी पार्टी के नेता किसी भी मंदिर निर्माण के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम उस स्थान पर मंदिर बनाने का समर्थन नहीं करते हैं जहां एक मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था।’ उन्होंने अपील की धर्म और राजनीति को न मिलाया जाए।

पहले भी सनातन धर्म पर बोल चुके हैं स्टालिनट

इससे पहले भी उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने दो सितंबर को तमिलनाडु में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को कई ‘सामाजिक बुराइयों के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इसे समाज से खत्म करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘सनातन धर्म लोगों को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाला विचार है, इसे खत्म करना मानवता और समानता को बढ़ावा देना है।’

डेंगू-मलेरिया से की थी सनातन की तुलना

उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू-मलेरिया से की थी। उन्होंने कहा था कि, ‘जिस तरह हम मच्छर,डेंगू, मलेरिया और कोरोना को खत्म करते हैं उसी तरह सिर्फ सनातन धर्म का विरोध करना ही काफी नहीं है. इसे समाज से पूरी तरह खत्म कर देना चाहिए।’ इसके बाद पूरे देश में उदयनिधि के खिलाफ काफी विरोध हुआ था।

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