फटाफट पढ़ें:
- सुखदेव भगत ने संसद में वंदे मातरम पर चर्चा की
- वंदे मातरम भाव और समर्पण का प्रतीक है
- राजनीतिक रंग देना देशहित के खिलाफ है
- बीजेपी असली मुद्दों से ध्यान भटका रही है
- कांग्रेस वंदे मातरम की गरिमा बनाए रखेगी
Vande Mataram : संसद में ‘वंदे मातरम’ पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने कहा कि यह सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि भारतीयों की भावना और समर्पण का प्रतीक है, उन्होंने कहा कि वंदे मातरम पर राजनीति करना देशहित के खिलाफ है और इसके ऐतिहासिक महत्व को समझना जरूरी है. भगत ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस मुद्दे को राजनीतिक रंग देकर असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है.
वंदे मातरम राष्ट्रगीत और गौरव
सुखदेव भगत ने कहा कि वंदे मातरम राष्ट्रगीत है और इसका भाव बंकिम चंद्र चटर्जी की उस प्रेरणा से जुड़ा है जिसने स्वतंत्रता आंदोलन में त्याग और समर्पण की भावना जगाई. उन्होंने जोर देकर कहा कि इस विषय पर चर्चा राजनीतिक नहीं बल्कि ऐतिहासिक संदर्भों पर आधारित होनी चाहिए. भगत ने कहा कि कांग्रेस वंदे मातरम को गौरव और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक मानती है और इसे किसी भी राजनीतिक बहस में कमजोर नहीं होने देना चाहिए.
सुखदेव भगत ने बीजेपी पर किया हमला
कांग्रेस सांसद ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी केवल आरोप लगाकर राजनीतिक माहौल गर्म करती है और असली मुद्दों से ध्यान भटकाती है. उन्होंने कहा कि वंदे मातरम को लेकर बार-बार विवाद खड़ा करना बीजेपी की पुरानी रणनीति रही है. भगत ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी ने हमेशा भारतीयों के संघर्ष में खुद को अलग रखती है और अपने राजनीतिक हितों के लिए RSS व अन्य संगठनों के नाम को आगे करती है.
वंदे मातरम की गरिमा पर सुखदेव भगत का जोर
सुखदेव भगत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हर महत्वपूर्ण विषय की तरह इस चर्चा में भी पूरी भागीदारी कर रही है और वंदे मातरम की गरिमा को उचित तरीके से पेश करने के लिए प्रतिबद्ध है. मीडिया को दिए बयान में उन्होंने मांग की कि चर्चा का दायरा बढ़ाया जाए और राष्ट्रगीत के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा भावनात्मक पहलुओं को विस्तार से प्रस्तुत किया जाए. भगत ने कहा कि कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आज तक भारतीयों के अधिकार और सम्मान की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष किया है और आगे भी करती रहेगी.
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